काबुल : अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है. टोलो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. हालांकि राष्ट्रपति के सलाहकार ने दावा किया है कि उन्होंने (अशरफ गनी) देश नहीं छोड़ा है.
अधिकारियों में से एक पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई के कार्यालय से और दूसरा अफगान सुरक्षा परिषद का एक सहयोगी है. दोनों ने बताया कि गनी रविवार को देश छोड़कर चले गए.अधिकारियों ने यह जानकारी अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर दी क्योंकि वे पत्रकारों को जानकारी मुहैया कराने के लिए अधिकृत नहीं थे.
गनी अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब और एक अन्य दूसरे करीबी सहयोगी के साथ देश से बाहर चले गए. अभी यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका है कि वे कहां गए हैं. तालिबान कमांडरों का कहना है कि उन्होंने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है.
वहीं रॉयटर्स के अनुसार, आंतरिक मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश से ताजिकिस्तान के लिए रवाना हुए हैं.
इसको लेकर एचसीएनआर के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने लोगों से शांत रहने को कहा है. उन्होंने अफगान बलों से सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करने के लिए भी कहा है.
अब्दुल्ला ने तालिबान से काबुल शहर में प्रवेश करने से पहले बातचीत के लिए कुछ समय देने की बात कही है. उन्होंने गनी को 'पूर्व राष्ट्रपति' से संबोधित करते हुए कहा कि वे (गनी) देश छोड़ चुके हैं.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि लूट और अराजकता को रोकने के लिए उनकी सेना काबुल, अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में प्रवेश करेगी और उन चौकियों पर कब्जा कर लेगी जिन्हें सुरक्षा बलों ने खाली करा लिया है. उन्होंने लोगों से उनके (तालिबान) प्रवेश से घबराएं नहीं.
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खबरों के अनुसार, गनी के देश छोड़ने से पहले तालिबानी आतंकियों का एक दल राष्ट्रपति भवन सत्ता के हस्तांतरण के लिए पहुंचा था. वहीं, अफगानिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री अली अहमद जलाली देश की अंतिरम सरकार का नेतृत्व कर सकते हैं.
बता दें कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा पर लिया है. अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ एक महीने के लंबे हमले के बाद, इस्लामी संगठन तालिबान से जुड़े आतंकवादी आखिरकार रविवार (15 अगस्त) को काबुल के द्वार पर पहुंच गए.