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अमेरिका में यहूदी पूजा स्थल से मुक्त कराए गए बंधक, गोलीबारी में संदिग्ध की मौत

अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल (Congregation Beth Israel in Colleyville Texas) में बंधक बनाए गए लोगों को करीब 12 घंटे बाद शनिवार रात को रिहा करा लिया गया. गवर्नर ग्रेग एबॉट ने यह जानकारी दी. सुरक्षा बलों की गोलीबारी में संदिग्ध मारा गया. एफबीआई और पुलिस की प्रवक्ता ने हालांकि यह नहीं बताया कि हमलावर को किसने गोली मारी.

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Published : Jan 16, 2022, 6:52 AM IST

Updated : Jan 16, 2022, 5:37 PM IST

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अमेरिका में चार नागरिकों को बंधक बनाकर पाकिस्तानी वैज्ञानिक की रिहाई की मांग

कोलीविले: अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल (Congregation Beth Israel in Colleyville Texas) में बंधक बनाए गए लोगों को करीब 12 घंटे बाद शनिवार रात को रिहा करा लिया गया. गवर्नर ग्रेग एबॉट ने यह जानकारी दी. एबॉट ने ट्वीट किया, 'प्रार्थनाएं सुन ली गईं. सभी बंधक जीवित और सुरक्षित हैं.' एबॉट के इस ट्वीट से पहले प्रार्थना स्थल में गोलियां चलने जैसी आवाजें सुनी गई थीं. सुरक्षा बलों की गोलीबारी में संदिग्ध मारा गया. व्यक्ति को घटना की लाइवस्ट्रीमिंग (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) के दौरान एक पाकिस्तानी न्यूरो साइंटिस्ट(तंत्रिका विज्ञानी) को रिहा करने की मांग करते सुना गया, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के जुर्म में सजा सुनाई गई है.

अधिकारियों ने बताया कि कोलीविले में कांग्रिगेशन बेथ इजराइल भवन में शनिवार को लोगों को बंधक बनाया गया था जिन्हें अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई की स्वात टीम ने भवन में संदिग्ध के साथ कई घंटों के गतिरोध के बाद रिहा कराया. हमलावर को मार गिराया गया और एफबीआई के स्पेशल एजेंट इंचार्ज मैट डेसारनो ने बताया कि एक टीम 'गोलीबारी की घटना' की जांच करेगी.

डलास टीवी स्टेशन डब्ल्यूएफएए से जारी वीडियो फुटेज में लोग पूजा स्थल के एक दरवाजे से भागकर बाहर निकलते देखे गए, इसके महज कुछ सेकंड बाद बंदूकधारी एक व्यक्ति दरवाजा खोलते और फिर उसे बंद करते दिखा. कुछ समय बाद गोलीबारी की आवाज सुनी गई और फिर धमाके की भी आवाज सुनाई दी. डेसारनो ने बताया कि बंधक बनाने वाला व्यक्ति विशेष रूप से ऐसे मुद्दे पर केंद्रित था जो सीधे तौर पर यहूदी समुदाय से संबंधित नहीं था और तत्काल इस बात के भी कोई संकेत नहीं मिले हैं कि व्यक्ति की कोई बड़ी साजिश थी. लेकिन डेसारनो ने बताया कि जांच एजेंसी 'हर पहलू से जांच करेगी.' हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हमलावर ने यहूदी पूजा स्थल को ही क्यों चुना.

इससे पहले दो सुरक्षा अधिकारियों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि शुरू में कम से कम चार बंधकों के पूजा स्थल में होने का अनुमान था. अधिकारियों में से एक ने कहा कि माना जाता है कि बंधकों में पूजा स्थल के रब्बी (यहूदी धार्मिक नेता) भी शामिल हैं. एक अधिकारी ने कहा कि व्यक्ति ने अपने पास हथियार होने का दावा किया लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की. कोलीविले पुलिस विभाग ने कहा कि शनिवार शाम पांच बजे के बाद एक बंधक को बिना किसी नुकसान के रिहा कर दिया गया. माना जाता है कि व्यक्ति अपने परिवार के पास चला गया और उसे चिकित्सीय देखभाल की आवश्यकता नहीं थी.

अधिकारी अब भी हमले के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि बंधक बनाने वाले ने घटना की ‘लाइवस्ट्रीमिंग’ (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) भी की, जिसमें व्यक्ति को एक पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी को रिहा करने की मांग करते सुना जा सकता है, जिस पर अलकायदा से संबंध रखने का संदेह था और अफगानिस्तान में हिरासत में अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को मारने की कोशिश करने का दोषी ठहराया गया था. अधिकारियों के अनुसार, व्यक्ति ने यह भी कहा कि वह आफिया से बात करना चाहता है. आफिया सिद्दीकी टेक्सास की संघीय जेल में बंद है. एक अधिकारी ने बताया कि न्यूयॉर्क शहर में एक रब्बी को संभवत: बंधक बनाए गए रब्बी का फोन आया था जिसके बाद न्यूयॉर्क शहर के रब्बी ने घटना की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस को फोन किया.

एफबीआई डलास के प्रवक्ता केटी चाउमोंट ने कहा कि पुलिस पहले सुबह 11 बजे के आसपास पूजा स्थल पहुंची और उसके तुरंत बाद आसपास के इलाकों से लोगों को निकाला गया. चाउमोंट ने कहा कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शनिवार शाम ट्वीट किया कि राष्ट्रपति जो बाइडन को इस बारे में जानकारी दे दी गई है और उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों से पल-पल की सूचना मिल रही है. इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'हम बंधकों और बचाव दल की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं.'

कई लोगों ने लाइवस्ट्रीम के दौरान बंधक बनाने वाले को सिद्दीकी को अपनी ‘बहन’ के रूप में संबोधित करते सुना, लेकिन डलास फोर्ट-वर्थ टेक्सास में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) के कार्यकारी निदेशक फैजान सैयद ने ‘एजेंसी’ को बताया कि सिद्दीकी का भाई मोहम्मद सिद्दीकी इसमें शामिल नहीं था. देश के सबसे बड़े मुस्लिम समर्थक समूह सीएआईआर ने शनिवार को हमले की निंदा की. सीएआईआर के राष्ट्रीय उप निदेशक एडवर्ड अहमद मिशेल ने एक बयान में कहा, 'एक पूजा स्थल पर यह हालिया यहूदी विरोधी हमला बुराई का एक अस्वीकार्य कार्य है. हम यहूदी समुदाय के साथ एकजुटता में खड़े हैं और हम प्रार्थना करते हैं कि सुरक्षा अधिकारी बंधकों को तेजी से और सुरक्षित रूप से मुक्त करने में सक्षम होंगे. कोई भी कारण इस अपराध को उचित ठहराने का बहाना नहीं बना सकता है.'

ये भी पढ़ें- न्यूजीलैंड: टोंगा के निकट समुद्र में ज्वालामुखी फटा, अलर्ट जारी

कोलीविले लगभग 26,000 लोगों की आबादी वाला शहर है जो फोर्ट वर्थ से लगभग 23 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है. यह प्रार्थना स्थल हरे-भरे इलाके में स्थित बड़े आवासीय घरों के बीच मौजूद है जिसके आस पास कई गिरजाघर, एक माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल तथा खेत हैं. ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से डिग्री लेने वाली पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी सिद्दीकी को 2010 में 86 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. उन पर दो साल पहले अफगानिस्तान में हिरासत में लिए जाने के बाद अमेरिकी सेना के अधिकारियों पर हमला करने और गोली मारने का आरोप है.

(पीटीआई-भाषा)

कोलीविले: अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल (Congregation Beth Israel in Colleyville Texas) में बंधक बनाए गए लोगों को करीब 12 घंटे बाद शनिवार रात को रिहा करा लिया गया. गवर्नर ग्रेग एबॉट ने यह जानकारी दी. एबॉट ने ट्वीट किया, 'प्रार्थनाएं सुन ली गईं. सभी बंधक जीवित और सुरक्षित हैं.' एबॉट के इस ट्वीट से पहले प्रार्थना स्थल में गोलियां चलने जैसी आवाजें सुनी गई थीं. सुरक्षा बलों की गोलीबारी में संदिग्ध मारा गया. व्यक्ति को घटना की लाइवस्ट्रीमिंग (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) के दौरान एक पाकिस्तानी न्यूरो साइंटिस्ट(तंत्रिका विज्ञानी) को रिहा करने की मांग करते सुना गया, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के जुर्म में सजा सुनाई गई है.

अधिकारियों ने बताया कि कोलीविले में कांग्रिगेशन बेथ इजराइल भवन में शनिवार को लोगों को बंधक बनाया गया था जिन्हें अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई की स्वात टीम ने भवन में संदिग्ध के साथ कई घंटों के गतिरोध के बाद रिहा कराया. हमलावर को मार गिराया गया और एफबीआई के स्पेशल एजेंट इंचार्ज मैट डेसारनो ने बताया कि एक टीम 'गोलीबारी की घटना' की जांच करेगी.

डलास टीवी स्टेशन डब्ल्यूएफएए से जारी वीडियो फुटेज में लोग पूजा स्थल के एक दरवाजे से भागकर बाहर निकलते देखे गए, इसके महज कुछ सेकंड बाद बंदूकधारी एक व्यक्ति दरवाजा खोलते और फिर उसे बंद करते दिखा. कुछ समय बाद गोलीबारी की आवाज सुनी गई और फिर धमाके की भी आवाज सुनाई दी. डेसारनो ने बताया कि बंधक बनाने वाला व्यक्ति विशेष रूप से ऐसे मुद्दे पर केंद्रित था जो सीधे तौर पर यहूदी समुदाय से संबंधित नहीं था और तत्काल इस बात के भी कोई संकेत नहीं मिले हैं कि व्यक्ति की कोई बड़ी साजिश थी. लेकिन डेसारनो ने बताया कि जांच एजेंसी 'हर पहलू से जांच करेगी.' हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि हमलावर ने यहूदी पूजा स्थल को ही क्यों चुना.

इससे पहले दो सुरक्षा अधिकारियों ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि शुरू में कम से कम चार बंधकों के पूजा स्थल में होने का अनुमान था. अधिकारियों में से एक ने कहा कि माना जाता है कि बंधकों में पूजा स्थल के रब्बी (यहूदी धार्मिक नेता) भी शामिल हैं. एक अधिकारी ने कहा कि व्यक्ति ने अपने पास हथियार होने का दावा किया लेकिन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की. कोलीविले पुलिस विभाग ने कहा कि शनिवार शाम पांच बजे के बाद एक बंधक को बिना किसी नुकसान के रिहा कर दिया गया. माना जाता है कि व्यक्ति अपने परिवार के पास चला गया और उसे चिकित्सीय देखभाल की आवश्यकता नहीं थी.

अधिकारी अब भी हमले के मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. अधिकारियों ने कहा कि बंधक बनाने वाले ने घटना की ‘लाइवस्ट्रीमिंग’ (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) भी की, जिसमें व्यक्ति को एक पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी को रिहा करने की मांग करते सुना जा सकता है, जिस पर अलकायदा से संबंध रखने का संदेह था और अफगानिस्तान में हिरासत में अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को मारने की कोशिश करने का दोषी ठहराया गया था. अधिकारियों के अनुसार, व्यक्ति ने यह भी कहा कि वह आफिया से बात करना चाहता है. आफिया सिद्दीकी टेक्सास की संघीय जेल में बंद है. एक अधिकारी ने बताया कि न्यूयॉर्क शहर में एक रब्बी को संभवत: बंधक बनाए गए रब्बी का फोन आया था जिसके बाद न्यूयॉर्क शहर के रब्बी ने घटना की रिपोर्ट करने के लिए पुलिस को फोन किया.

एफबीआई डलास के प्रवक्ता केटी चाउमोंट ने कहा कि पुलिस पहले सुबह 11 बजे के आसपास पूजा स्थल पहुंची और उसके तुरंत बाद आसपास के इलाकों से लोगों को निकाला गया. चाउमोंट ने कहा कि किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शनिवार शाम ट्वीट किया कि राष्ट्रपति जो बाइडन को इस बारे में जानकारी दे दी गई है और उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों से पल-पल की सूचना मिल रही है. इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'हम बंधकों और बचाव दल की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं.'

कई लोगों ने लाइवस्ट्रीम के दौरान बंधक बनाने वाले को सिद्दीकी को अपनी ‘बहन’ के रूप में संबोधित करते सुना, लेकिन डलास फोर्ट-वर्थ टेक्सास में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) के कार्यकारी निदेशक फैजान सैयद ने ‘एजेंसी’ को बताया कि सिद्दीकी का भाई मोहम्मद सिद्दीकी इसमें शामिल नहीं था. देश के सबसे बड़े मुस्लिम समर्थक समूह सीएआईआर ने शनिवार को हमले की निंदा की. सीएआईआर के राष्ट्रीय उप निदेशक एडवर्ड अहमद मिशेल ने एक बयान में कहा, 'एक पूजा स्थल पर यह हालिया यहूदी विरोधी हमला बुराई का एक अस्वीकार्य कार्य है. हम यहूदी समुदाय के साथ एकजुटता में खड़े हैं और हम प्रार्थना करते हैं कि सुरक्षा अधिकारी बंधकों को तेजी से और सुरक्षित रूप से मुक्त करने में सक्षम होंगे. कोई भी कारण इस अपराध को उचित ठहराने का बहाना नहीं बना सकता है.'

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कोलीविले लगभग 26,000 लोगों की आबादी वाला शहर है जो फोर्ट वर्थ से लगभग 23 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है. यह प्रार्थना स्थल हरे-भरे इलाके में स्थित बड़े आवासीय घरों के बीच मौजूद है जिसके आस पास कई गिरजाघर, एक माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल तथा खेत हैं. ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से डिग्री लेने वाली पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी सिद्दीकी को 2010 में 86 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी. उन पर दो साल पहले अफगानिस्तान में हिरासत में लिए जाने के बाद अमेरिकी सेना के अधिकारियों पर हमला करने और गोली मारने का आरोप है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jan 16, 2022, 5:37 PM IST
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