पटना: देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. ऐसे में राजनीतिक पारा दिनों-दिन चढ़ाता जा रहा है. सभी दल एक-दूसरे पर जुबानी प्रहार करने को आतुर हैं. इसी कड़ी में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए उदित राज ने भाजपा पर दलित विरोधी पार्टी होने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस नेता उदित राज ने पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस मौके पर उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि बीजेपी को सिर्फ दलित चाहिए, दलित नेता नहीं चाहिए. बीजेपी सिर्फ बहरे गूंगे दलित नेताओं को चाहती है.
आरक्षण को लेकर हमला बोला
उदित राज ने आरक्षण की बात उठाते हुए कहा कि न्यायिक क्षेत्र में दलित जजों की बहाली नहीं हो पा रही है. कई पदों की बहाली हुई पर दलितों को कोई जगह नहीं मिली. बीजेपी सरकार ने दलितों के लिए कुछ काम नहीं किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जब हमने बीजेपी से चुनाव लड़ा था तो हमने लोगों से वादा भी किया था कि हम दलितों की आवाज बन कर उठेंगे. लेकिन, पार्टी में हमारी आवाज को दबा दिया गया. जब हमने दलितों के बारे में बोलना शुरू किया तो उनलोगों ने मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया.
नीतीश कुमार को भी लिया लपेटे में
बीजेपी से अलग हुए उदित राज ने कहा कि सरकारी नौकरी में अभी भी दलित कोटे के लगभग डेढ़ लाख पद खाली हैं. यहां तक हाई कोर्ट में 12 सरकारी वकील हैं. जिसमें एक भी दलित नहीं हैं. बिहार में इससे पहले इतनी दलित विरोधी सरकार नहीं आई. उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ नीतीश कुमार भी अब दलित विरोधी होते जा रहे हैं.
'बीजेपी को वोट देना माने आने वाली पीढ़ी की गर्दन काटना'
उदित राज ने यह भी दावा किया है कि अगर कोई दलित बीजेपी को वोट करता है तो वह आने वाली अपनी पीढ़ी की गर्दन काटने का काम करेगा. बीजेपी सरकार ने तो शिक्षा के क्षेत्र में भी दलितों के बजट में कटौती कर दिया है.