पटना: बिहार में एक बार फिर मानसून (Bihar Monsoon) की गतिविधियों में बदलाव देखने को मिल रहा है. इसके प्रभाव से गुरुवार को बिहार के सभी जिलों में हल्की बारिश (Light Rain) होने की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान वज्रपात भी हो सकता है. ऐसे में मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Department) ने बिहार के सभी जिलों के लिए ब्लू अलर्ट (Blue Alert) जारी किया है.
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मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, सूबे के सभी जिलों में आने वाले अगले 5 दिनों में हल्की से मध्यम मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना है. वहीं, कुछ स्थानों पर आंशिक बादल छाए रहेंगे. साथ ही कई जिलों के कुछ भागों में करीब 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना व्यक्त की है.
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बिहार की राजधानी पटना समेत गया, जहानाबाद, नालंदा, बेगूसराय, लखीसराय, नवादा, भागलपुर, बांका, मुंगेर, गोपालगंज, सिवान, सारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, मधेपुरा, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, खगड़िया, जमुई, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण आदि जगहों पर हल्की बारिश के आसार हैं. विभाग की ओर से 'ब्लू अलर्ट' जारी किया गया है. इन जिलों के कई स्थानों में वज्रपात के साथ बारिश होने की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने सभी को सावधानी बरतने की अपील की.
ब्लू अलर्ट (Blue Alert): जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.
येलो अलर्ट (Yellow Alert): भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.
ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert): चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.
रेड अलर्ट (Red Alert): जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.
ग्रीन अलर्ट (Green Alert): कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.
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