पटना: पाटलिपुत्रा संसदीय क्षेत्र के पालीगंज विधान सभा अंतर्गत सियारामपुर गांव के मतदाताओं ने अपने गुस्सा का इजहार किया है. ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नही का बैनर लगा कर मतदान में नोटा दबाने का फैसला लिया है.
ग्रामीणों ने नेताओं के खिलाफ खोला मोर्चा
सियारामपुर गांव के मतदाताओं ने चुनाव में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पटना औरंगाबाद एनएच-139 से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव का संपर्क पथ कई सालों से काफी जर्जर हालत में है. ग्रामीणों ने पाटलिपुत्रा सांसद सह केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव से मिलकर सड़क निर्माण की मांग रखी थी लेकिन उनकी गुहार अनसुनी कर दी गई.
विकास के नाम पर नहीं हुआ कोई काम
भाजपा समर्थित इस गांव में इन परिस्थितियों के मद्देनजर चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामकृपाल यादव को मतदाताओं के विरोध का सामना करना पड़ेगा. ग्रामीणों ने बताया कि 5 साल गुजर जाने के बाद भी पालीगंज क्षेत्र में विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ. इससे नाराज ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में नोटा दबाने का फैसला लिया है.
एसडीओ ने समझाने का दिया आश्वासन
वहीं मामले में पालीगंज एसडीओ ने ग्रामीणों की शिकायत पर कहा कि वे सियारामपुर गांव जाकर मतदाताओं से मिलकर लोकतंत्र के महापर्व में मतदान करने के लिए प्रेरित करेंगे.