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बिहटा रेफरल अस्पताल में वायरल फीवर का इलाज शुरू, CS के निर्देश पर शिशु वार्ड तैयार - पटना में वायरल फीवर

बिहटा रेफरल अस्पताल में वायरल फीवर को लेकर सिविल सर्जन के आदेश पर इलाज शुरू हो चुका है. सीएस का निर्देश है कि ग्रामीण इलाकों में भी वायरल फीवर के इलाज की व्यवस्था की जाए.

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Published : Sep 11, 2021, 4:45 PM IST

पटना: पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वायरल फीवर (Viral Fever In Patna) के मामले धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. जहां इस बीमारी के कारण राजधानी पटना के कई बड़े अस्पताल में लगभग सभी बेड फुल हो गए हैं. पटना सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी (CS Dr. Vibha Kumari) ने ग्रामीण इलाकों के सभी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि तमाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अलग से शिशु वार्ड बनाया जाए.

यह भी पढ़ें- बिहार में चमकी बुखार का बढ़ा प्रकोप, 12 साल तक के बच्चों को ज्यादा खतरा

उन्होंने निर्देश दिया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों के इलाज की व्यवस्था की जाए. साथ ही साथ बच्चों के लिए अलग से शिशु वार्ड बनाया जाए. सभी सुविधाएं वार्ड में होनी चाहिए. ताकि जिस बच्चे को वायरल फीवर हो तो इलाज किया जा सके.

देखें वीडियो

आदेश का पालन करते हुए पटना से सटे बिहटा स्थित रेफरल अस्पताल में भी वायरल फीवर को देखते हुए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वायरल फीवर को लेकर अस्पताल में शिशु वार्ड बनाया गया है, जिसमें ऑक्सीजन सहित तत्काल तीन बेड की व्यवस्था की गई है.

स्थिति जिस तरह बढ़ेगी, उसके साथ ही बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएंगी. दरअसल, वायरल फीवर बीमारी के कारण पूरे पटना जिले में कई बड़े अस्पताल लगभग फुल हो चुके हैं. यहां तक कि राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में भी शिशु वार्ड पूरी तरह फुल हो चुके हैं. इसके अलावा जिले के अन्य बड़े सरकारी अस्पताल में भी बच्चों के वार्ड लगभग फुल है.

हालांकि, अब सरकार की व्यवस्था सरकारी अस्पतालों में तो शुरू कर दी गई है. लेकिन इससे पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्था ना होने के कारण काफी संख्या में लोग प्राइवेट अस्पतालों में अपने बच्चों का इलाज कराने पहुंच रहे हैं.

प्राइवेट अस्पतालों में भी बच्चों का इलाज तो हो रहा है, लेकिन बेड की संख्या वहां पर भी कम है. जिसके कारण अपने बच्चों का इलाज कई लोग तो अपने गोद में रखकर करवा रहे हैं या फिर जमीन पर बैठकर.

'राज्य सरकार एवं पटना सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी के निर्देश पर रेफरल अस्पताल बिहटा में भी वायरल फीवर को देखते हुए बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. जिसमें ऑक्सीजन सहित अभी तीन बेड फिलहाल चालू की गई है. आगे जिस तरह से स्थिति होगी, उसको देखते हुए बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. शनिवार को वायरल फीवर को लेकर दो बच्चे अस्पताल में इलाज के लिए आए थे. लेकिन उनकी स्थिति सामान्य थी. जिसके कारण उन्हें जांच करके दवा लिखकर उन्हें घर पर रहने की सलाह दी गई है. स्वास्थ्य विभाग एवं पटना सिविल सर्जन के आदेश पर रेफरल अस्पताल में बच्चों के लिए डॉक्टर की भी नियुक्ति कर दी गई है, जो प्रतिदिन बच्चों को देखेंगे. सभी लोगों से आग्रह है कि वायरल फीवर से डरे नहीं. जब भी कोई दिक्कत हो वो अपने डॉक्टर से जरूर दिखाएं और डॉक्टर के द्वारा दिए गए डिस्क्रिप्शन का पालन करें.' -डॉ. कृष्ण कुमार, प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बिहटा

यह भी पढ़ें- पूर्णिया में भी वायरल फीवर ने दी दस्तक, बच्चों पर बुखार का अटैक शुरू

पटना: पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वायरल फीवर (Viral Fever In Patna) के मामले धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. जहां इस बीमारी के कारण राजधानी पटना के कई बड़े अस्पताल में लगभग सभी बेड फुल हो गए हैं. पटना सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी (CS Dr. Vibha Kumari) ने ग्रामीण इलाकों के सभी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि तमाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अलग से शिशु वार्ड बनाया जाए.

यह भी पढ़ें- बिहार में चमकी बुखार का बढ़ा प्रकोप, 12 साल तक के बच्चों को ज्यादा खतरा

उन्होंने निर्देश दिया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों के इलाज की व्यवस्था की जाए. साथ ही साथ बच्चों के लिए अलग से शिशु वार्ड बनाया जाए. सभी सुविधाएं वार्ड में होनी चाहिए. ताकि जिस बच्चे को वायरल फीवर हो तो इलाज किया जा सके.

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आदेश का पालन करते हुए पटना से सटे बिहटा स्थित रेफरल अस्पताल में भी वायरल फीवर को देखते हुए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वायरल फीवर को लेकर अस्पताल में शिशु वार्ड बनाया गया है, जिसमें ऑक्सीजन सहित तत्काल तीन बेड की व्यवस्था की गई है.

स्थिति जिस तरह बढ़ेगी, उसके साथ ही बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएंगी. दरअसल, वायरल फीवर बीमारी के कारण पूरे पटना जिले में कई बड़े अस्पताल लगभग फुल हो चुके हैं. यहां तक कि राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में भी शिशु वार्ड पूरी तरह फुल हो चुके हैं. इसके अलावा जिले के अन्य बड़े सरकारी अस्पताल में भी बच्चों के वार्ड लगभग फुल है.

हालांकि, अब सरकार की व्यवस्था सरकारी अस्पतालों में तो शुरू कर दी गई है. लेकिन इससे पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्था ना होने के कारण काफी संख्या में लोग प्राइवेट अस्पतालों में अपने बच्चों का इलाज कराने पहुंच रहे हैं.

प्राइवेट अस्पतालों में भी बच्चों का इलाज तो हो रहा है, लेकिन बेड की संख्या वहां पर भी कम है. जिसके कारण अपने बच्चों का इलाज कई लोग तो अपने गोद में रखकर करवा रहे हैं या फिर जमीन पर बैठकर.

'राज्य सरकार एवं पटना सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी के निर्देश पर रेफरल अस्पताल बिहटा में भी वायरल फीवर को देखते हुए बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. जिसमें ऑक्सीजन सहित अभी तीन बेड फिलहाल चालू की गई है. आगे जिस तरह से स्थिति होगी, उसको देखते हुए बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. शनिवार को वायरल फीवर को लेकर दो बच्चे अस्पताल में इलाज के लिए आए थे. लेकिन उनकी स्थिति सामान्य थी. जिसके कारण उन्हें जांच करके दवा लिखकर उन्हें घर पर रहने की सलाह दी गई है. स्वास्थ्य विभाग एवं पटना सिविल सर्जन के आदेश पर रेफरल अस्पताल में बच्चों के लिए डॉक्टर की भी नियुक्ति कर दी गई है, जो प्रतिदिन बच्चों को देखेंगे. सभी लोगों से आग्रह है कि वायरल फीवर से डरे नहीं. जब भी कोई दिक्कत हो वो अपने डॉक्टर से जरूर दिखाएं और डॉक्टर के द्वारा दिए गए डिस्क्रिप्शन का पालन करें.' -डॉ. कृष्ण कुमार, प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बिहटा

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