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Bihar Budget 2022: विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के मामले पर सदन में हंगामा, डीएसपी और थाना प्रभारी को हटाने का निर्देश - ईटीवी न्यूज

बिहार विधानसभा के बजट सत्र (Bihar Budget 2022) का दूसरा दिन काफी हंगामेदार रहा. प्रमुख तौर तीन मुद्दों को लेकर विपक्ष के साथ सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल भाजपा के विधायक भी सरकार को घेरते दिखे. लखीसराय में सरस्वती पूजा के दौरान डीएसपी और थाना प्रभारी द्वारा विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ दुर्व्यवहार, भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर काफी शोर-शराबा हुआ. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Mar 1, 2022, 6:52 AM IST

पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session) के दूसरे दिन तीन मामलों को लेकर जमकर हंगामा (Uproar in Bihar Assembly) हुआ. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha issue) के साथ लखीसराय में सरस्वती पूजा के दौरान डीएसपी और थाना प्रभारी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का मामला मामला उठा. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक भी की. इस बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने वहां के डीएसपी और थाना प्रभारी को हटाने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिया.

वहीं, बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने 128 भ्रष्ट अधिकारियों के अभियोजन के लटके रहने का मामला भी उठाया. इस पर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 108 अधिकारियों का मामला है. कई पर कार्रवाई हो रही है. हालांकि कई सदस्यों ने कहा कि काफी विलंब हो रहा है. इसके साथ बीजेपी के ही विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ. हरि भूषण ठाकुर ने सदन में सफाई भी दी लेकिन विपक्ष शांत नहीं हुआ.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें: Bihar Budget 2022: BJP के पास 20 विभाग और 16 मंत्री, लेकिन JDU के हिस्से भाजपा से 26% अधिक बजट

बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामे के बीच में प्रश्नकाल शुरू हुआ. बीजेपी विधायक संजय सरागवी ने 128 भ्रष्ट अधिकारियों के अभियोजन का मामला लटका होने बात कही और सरकार से इस मामले में जवाब मांगा. संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 108 अधिकारियों पर मामला है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जल्द ही बैठक कर उस पर फैसला लिया जाएगा.

बाद में संजय सरागवी ने कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा है जल्द ही कार्रवाई होगी. विधानसभा में अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ लखीसराय में हुए दुर्व्यवहार का मामला भी उठा. बीजेपी सहित विपक्ष के कई सदस्यों ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष का ही सम्मान नहीं रहेगा तो विधायकों का क्या सम्मान होगा. इसको लेकर काफी हंगामा हुआ. विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाई.

इस बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि डीजीपी ने 15 दिन का समय लिया है. इसलिए मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया कि डीएसपी और थाना प्रभारी को क्षेत्र के प्रभार से हटा दें. जिससे जांच पर असर नहीं पड़े. इसके बाद एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान को लेकर भी सदन में जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने बयान दिया था कि मुसलमानों का वोटिंग राइट छीन लेना चाहिए. विपक्षी सदस्य बीजेपी विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाना चाहते थे लेकिन उसकी अनुमति नहीं मिली. हालांकि हरि भूषण ठाकुर ने सदन के अंदर सफाई भी दी लेकिन उसके बाद भी विपक्षी सदस्य नहीं माने. उस समय मुख्यमंत्री भी सदन में मौजूद थे.

ये भी पढ़ें: RJD की तुलना में नीतीश के शासनकाल में बढ़ता गया बिहार के बजट का आकार, जानिए 2005 से अबतक का हाल

विधानसभा में हंगामे के बीच ही आज सदन की अधिकांश कार्यवाही चलती रही. जहां भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष के साथ बीजेपी विपक्ष की भूमिका में नजर आयी तो वही अल्पसंख्यकों के मामले में सारा विपक्ष एकजुट दिखा. हंगामे के बीच कई जरूरी कार्य भी हुए. हालांकि दूसरे हाफ में बजट भी पेश हुआ और हंगामे के बीच ही राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा हुई.

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पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session) के दूसरे दिन तीन मामलों को लेकर जमकर हंगामा (Uproar in Bihar Assembly) हुआ. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha issue) के साथ लखीसराय में सरस्वती पूजा के दौरान डीएसपी और थाना प्रभारी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का मामला मामला उठा. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक भी की. इस बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने वहां के डीएसपी और थाना प्रभारी को हटाने के लिए मुख्य सचिव को निर्देश दिया.

वहीं, बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने 128 भ्रष्ट अधिकारियों के अभियोजन के लटके रहने का मामला भी उठाया. इस पर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 108 अधिकारियों का मामला है. कई पर कार्रवाई हो रही है. हालांकि कई सदस्यों ने कहा कि काफी विलंब हो रहा है. इसके साथ बीजेपी के ही विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान को लेकर भी जमकर हंगामा हुआ. हरि भूषण ठाकुर ने सदन में सफाई भी दी लेकिन विपक्ष शांत नहीं हुआ.

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बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामे के बीच में प्रश्नकाल शुरू हुआ. बीजेपी विधायक संजय सरागवी ने 128 भ्रष्ट अधिकारियों के अभियोजन का मामला लटका होने बात कही और सरकार से इस मामले में जवाब मांगा. संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि 108 अधिकारियों पर मामला है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जल्द ही बैठक कर उस पर फैसला लिया जाएगा.

बाद में संजय सरागवी ने कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. संसदीय कार्य मंत्री ने कहा है जल्द ही कार्रवाई होगी. विधानसभा में अध्यक्ष विजय सिन्हा के साथ लखीसराय में हुए दुर्व्यवहार का मामला भी उठा. बीजेपी सहित विपक्ष के कई सदस्यों ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष का ही सम्मान नहीं रहेगा तो विधायकों का क्या सम्मान होगा. इसको लेकर काफी हंगामा हुआ. विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाई.

इस बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि डीजीपी ने 15 दिन का समय लिया है. इसलिए मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया कि डीएसपी और थाना प्रभारी को क्षेत्र के प्रभार से हटा दें. जिससे जांच पर असर नहीं पड़े. इसके बाद एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान को लेकर भी सदन में जमकर हंगामा हुआ. बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर ने बयान दिया था कि मुसलमानों का वोटिंग राइट छीन लेना चाहिए. विपक्षी सदस्य बीजेपी विधायक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाना चाहते थे लेकिन उसकी अनुमति नहीं मिली. हालांकि हरि भूषण ठाकुर ने सदन के अंदर सफाई भी दी लेकिन उसके बाद भी विपक्षी सदस्य नहीं माने. उस समय मुख्यमंत्री भी सदन में मौजूद थे.

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विधानसभा में हंगामे के बीच ही आज सदन की अधिकांश कार्यवाही चलती रही. जहां भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष के साथ बीजेपी विपक्ष की भूमिका में नजर आयी तो वही अल्पसंख्यकों के मामले में सारा विपक्ष एकजुट दिखा. हंगामे के बीच कई जरूरी कार्य भी हुए. हालांकि दूसरे हाफ में बजट भी पेश हुआ और हंगामे के बीच ही राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा हुई.

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