पटना: बिहार में कानून व्यवस्था (Law and Order in Bihar) को लेकर एलजेपी रामविलास ने पटना में बिहार बचाओ मार्च (Bihar Bachao March) निकाला. जिसका नेतृत्व चिराग पासवान ने किया. बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग को लेकर यह मार्च निकाला गया. इस दौरान चिराग पासवान के मार्च पर लाठीचार्ज भी हुआ और उन्हें हिरासत में भी लिया गया. जेडीयू ने चिराग पासवान के मार्च पर निशाना साधते (Umesh Kushwaha attacks Chirag Paswan) हुए कहा उनके पास कोई मुद्दा नहीं है.
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''रामविलास पासवान के कारण चिराग पासवान को विरासत में पार्टी मिली थी, लेकिन उनकी तानाशाही के कारण ही पार्टी टूट गई और बंगला जल गया. बेहतर होता कि वो अपना समय पार्टी और बंगला को ठीक करने में लगाते. सरकार के कामकाज को लेकर बोलने का उनका कोई औचित्य नहीं है.''- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष (JDU State President Umesh Kushwaha) ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ठीक-ठाक ढंग से सरकार चल रही है. पिछले 15-16 सालों ने विकास के कई काम हुए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं, उन पर जनता को भरोसा है और यह जनता की सरकार है. लेकिन, चिराग पासवान सीधे ऊपर से आए हैं इसलिए उन्हें कुछ पता नहीं चल रहा है उनका आरोप ही बेतुका है, उनके पास कोई मुद्दा नहीं है.
बता दें कि लॉ एंड ऑर्डर समेत अन्य ज्वलंत मुद्दों को लेकर एलजेपी आर ने मार्च निकाला है. वहीं, पटना में राजभवन जाने के क्रम में चिराग पासवान के समर्थक बेकाबू हो गये. इसके बाद पुलिस ने मार्च पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने सांसद चिराग पासवान को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने लोजपा के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया है.
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