पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर एक बार फिर बिहार सरकार (Tejashwi Yadav targeted Bihar government) को घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार राजनीति प्रतिशोध की नीयत से काम कर रही है. जेल में बंद पूर्व सांसद आनंद मोहन और विधायक अनंत सिंह (Former MP Anand Mohan and MLA Anant Singh) के मुद्दे पर राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की.
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मीडिया से बातचीत करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि आज ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में कहा कि 14 साल सजा काट लेने के बाद अच्छा व्यवहार-आचरण हो तो सरकार उसकी रिहाई पर विचार करती है. कई लोगों को रिहा भी करती है. लेकिन इस तानाशाही के दौर में यह सरकार पूरी तरह से राजनीतिक प्रतिशोध और राजनीतिक षड्यंत्र के हिसाब से इस कानून का उपयोग कर रही है. कई ऐसे पीड़ित परिवार हैं जिन्हें नीतीश कुमार की सरकार सता रही है.
उन्होंने कहा कि कोई संतोषजनक जवाब सरकार की ओर से नहीं मिला. कई मामलों का उदाहरण दिया गया. हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने कई बार अपने आदेश में भी इसका जिक्र किया है. इसके बावजूद सरकार की ओर से साफ तौर पर कोई बात नहीं की गयी. इससे स्पष्ट है कि सरकार न्याय नहीं करेगी. अपने राजनीतिक फायदे के हिसाब से निर्णय लेगी. पीड़ित परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहा है लेकिन न्याय नहीं मिल पा रहा है.
उन्होंने कहा कि इनके मंत्री का कितने भी एफआईआर में नाम आ जाये, जिस पीड़ित परिवार ने अपने सदस्य को खोया है, वो चिल्ला-चिल्ला कर आरोप लगा रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती. अभी लेसी सिंह का मामला आया. उनके भतीजे की बात थी. कहां कोई कार्रवाई हुई. हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी.
आनंद मोहन के पुत्र व विधायक चेतन आनंद ने कहा कि सरकार से जानना चाहा कि आनंद मोहन के बारे में वह क्या कहना चाहती है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने आज क्लीयर कर दिया कि वह आनंद मोहन सिंह को बाहर निकालने के पक्ष में नहीं है. इनके प्रभारी मंत्री ने कह दिया कि ये लोग निकालना नहीं चाहते हैं. हम लोग लड़ने वाले हैं. इस लड़ाई से पीछे हटने वाले नहीं है. जहां तक लड़ने की जरुरत होगी हम लड़ेंगे.
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