पटना: शनिवार को पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) के बांकीपुर अंचल कार्यालय में निगम पार्षदों की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में बीते दिनों सशक्त स्थाई समिति की बैठक में पारित किए गए प्रस्तावों पर अंतिम स्वीकृति दी जानी थी लेकिन सफाई कर्मियों के हंगामे की वजह से कई प्रस्ताव पारित नहीं किए जा सके. सशक्त स्थाई समिति की बैठक में दैनिक सफाई कर्मियों के वेतन में प्रतिदिन 50 रुपए और सुपरवाइजर की वेतन में प्रतिदिन 75 रुपए की वृद्धि की अनुशंसा की गई थी, जिसका सफाई कर्मी विरोध कर रहे थे.
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सफाई कर्मियों के विरोध का आलम यह था कि बैठक में शामिल होने के लिए जब पटना नगर निगम के आयुक्त अनिमेष पराशर और नगर निगम की मेयर सीता साहू पहुंचीं तो उनके गाड़ियों का सफाई कर्मियों ने घेराव कर दिया. बड़ी मशक्कत से सुरक्षाकर्मियों ने किसी प्रकार दोनों की गाड़ियों को अंचल कार्यालय तक ले गए. सफाई कर्मियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में सुरक्षा बल अंचल कार्यालय में तैनात किए गए थे.
प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मी विपिन कुमार ने बताया कि पिछले 3 वर्षों से वेतन बढ़ाने की उन लोगों ने मांग की थी और कई बार हड़ताल पर भी गए थे, जिसके बाद निगम ने वेतन बढ़ाया लेकिन यह उनके साथ क्रूर मजाक हुआ. प्रतिदिन 50 रुपए की दर से वेतन बढ़ा है, जो उन्हें मंजूर नहीं है. उनकी मांग है कि कम से कम 100 रुपए रोजाना की दर से वेतन में बढ़ोतरी हो. साथ ही यह भी तय किया जाए कि प्रत्येक वर्ष 10 फीसदी वेतन बढ़ेगा.
बैठक समाप्त होने के बाद सफाई कर्मचारियों की यूनियन के नेता चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि सफाई कर्मियों की मांग थी कि 50 रुपए की वेतन बढ़ोतरी बिल्कुल मंजूर नहीं है. ऐसे में इस प्रस्ताव का उन लोगों ने विरोध किया और पार्षदों ने भी सफाई कर्मियों के हित का ध्यान रखते हुए पारित नहीं किया. उन्होंने जानकारी दी कि निगम पार्षद की बैठक में सफाई कर्मियों के 50 रुपए वेतन बढ़ोतरी का प्रस्ताव अस्वीकृत कर दिया गया है. आगे जो कुछ भी निर्णय होगा मीडिया में जानकारी दी जाएगी.
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