पटना: बिहार की राजधानी पटना में एसटीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों ने शिक्षक नियोजन की मांग को लेकर शुक्रवार को सड़क पर प्रदर्शन किया. दरअसल, अभ्यर्थी राजभवन मार्च (Sikshak Niyojan in Bihar) को निकले थे, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही सभी को रोक दिया. इसके बाद सभी सड़क पर ही खड़े होकर प्रदर्शन करने लगे. अभ्यर्थियों ने जल्द से जल्द सरकार को नियोजन करने की मांग की.
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2019 से ही अधर में लटका है मामलाः वर्ष 2019 के एसटीईटी परीक्षा में उतीर्ण शिक्षक अभ्यर्थियों का कहना है कि वर्ष 2019 में हमलोगों ने एसटीईटी परीक्षा उतीर्ण की थी हम लोग मेरिट लिस्ट वाले है और अभी तक हम लोगों का नियोजन सरकार ने नहीं किया है. नई सरकार बनने के बाद आज हम लोग राजभवन मार्च करने निकले थे, लेकिन पुलिस ने रोक दिया बावजूद इसके सड़क पर खड़ा होकर प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि, बिहार में एसटीईटी का आयोजन आठ साल बाद हुआ. जिसके बारे में नोटिफिकेशन 2019 में जारी किया गया. जनवरी 2020 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा भी आयोजित हुई, लेकिन दो-तीन सेंटरों पर फर्जीवाड़े की बात सामने आने पर उसे रद्द कर दिया गया. दोबारा इस परीक्षा का आयोजन सितंबर 2020 में किया गया. तब इसे ऑनलाइन मोड में किया गया.
दो साल से कर रहे नियोजन का इंतजारः प्रदर्शन कर रहे एसटीइटी उत्तीर्ण छात्र आलोक यादव ने कहा कि दो साल से हमलोग नियोजन का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सरकार अभी तक हम लोगों का नियोजन नहीं कर रही है. शिक्षा मंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. हमलोग मेरिट वाले छात्र हैं और हमलोगों का नियोजन सबसे पहले होना चाहिए था, लेकिन शिक्षा विभाग हमारी मांग को अनसुनी करती रही है. यही कारण है कि नई सरकार बनने के बाद हमलोगों ने आज से प्रदर्शन शुरू कर दिया है. जब तक एसटीईटी उतीर्ण अभ्यर्थियों का नियोजन नहीं किया जाएगा. तब तक हम लोग ऐसे ही प्रदर्शन कर अपनी मांग को सरकार के सामने रखते रहेंगे
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'आज हमलोग विधानसभा मार्च कर रहे हैं. हमलोगों का राजभवन मार्च प्रस्तावित था, लेकिन पुलिस ने चितकोहरा गोलंबर के पास रोक दिया. पिछले डेढ़ सालों से मेरिट में आकर रोजगार से वंचित हैं, नई सरकार बनने के बाद हमलोगों की उम्मीद बढ़ गई है, क्योंकि इनका मुख्य मुद्दा राेजगार ही है''- आलोक यादव, अभ्यर्थी
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