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स्पीकर विजय सिन्हा ने किया होम्योपैथिक हॉस्पिटल का उद्घाटन, कहा- नशा मुक्ति के लिए होम्योपैथी की भूमिका अहम

होम्योपैथिक हॉस्पिटल (Homeopathic Hospital) का उद्घाटन करने के बाद बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha) ने कहा कि लोगों को जटिल बीमारियों का होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज के लिए दूसरे प्रदेशों का रुख नहीं करना होगा. वहीं, सेंटर के संस्थापक डॉ. बीएम प्रसाद ने बताया कि कई सारे असाध्य रोगों मसलन जोड़ों का दर्द, साइटिका, थायराइड, मिर्गी इत्यादि जैसे बीमारियों में होम्योपैथी काफी सफल चिकित्सा पद्धति है.

विधानसभा अध्यक्ष
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Published : Nov 13, 2021, 3:42 PM IST

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के बेली रोड में जगदेव पथ के पास एक नए होम्योपैथिक हॉस्पिटल (Homeopathic Hospital) का शुभारंभ हुआ है. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha) ने इसका उद्घाटन किया है. इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Rural Development Minister Shravan Kumar) और स्थानीय बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया भी मौजूद रहे. यह होम्योपैथिक हॉस्पिटल बेली रोड ओवर ब्रिज के पिलर नंबर 3 के ठीक सामने तैयार किया गया है. यह होम्योपैथी चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध डॉक्टर ब्रिज होम्योपैथी रिसर्च सेंटर की दूसरी शाखा है.

ये भी पढ़ें: बिहार ने पाया कोरोना पर कंट्रोल, राज्य में सिर्फ 25 संक्रमित मरीज- मंगल पांडे

होम्योपैथिक हॉस्पिटल का उद्घाटन करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि डॉ. ब्रिज होम्योपैथी रिसर्च सेंटर के पटना में खुलने से यहां के लोगों को जटिल बीमारियों का होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज के लिए दूसरे प्रदेशों का रुख नहीं करना होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद से प्रदेश के लोगों में एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के अलावा होम्योपैथी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को लेकर झुकाव काफी बढ़ गया है

देखें रिपोर्ट

स्पीकर ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा की खासियत है कि इसका साइड इफेक्ट कम होता है और यह बीमारी को जड़ से खत्म करता है. उन्होंने कहा कि होम्योपैथी लोगों के मनोवृति ही नहीं मन की प्रवृत्ति को भी बदलता है. नशा मुक्त समाज बनाने में होम्योपैथी की भूमिका है. उन्होंने कहा कि 5 सामाजिक अभिशाप जो है, उसमें नशा सबसे पहला है और नशा मुक्ति के लिए होम्योपैथी की दवाइयां काफी कारगर होती हैं.

ये भी पढ़ें: राहत की खबरः पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से घटकर 212 पर पहुंचा

वहीं, डॉक्टर बृज होम्योपैथी रिसर्च सेंटर के संस्थापक डॉ. बीएम प्रसाद ने बताया कि लोगों के मन में यह भ्रांति बैठी हुई है कि होम्योपैथी की दवा काम तो करती है, मगर काफी लेट काम करती है. यह दवा पहले बीमारी बढ़ाती है और फिर इसे जड़ से खत्म करती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. यह सब गलत भ्रांतियां हैं. होम्योपैथिक की दवाई काफी क्विक रिस्पांस करती है और बीमारी को जड़ से खत्म करती है.

डॉ. बीएम प्रसाद ने कहा कि हॉस्पिटल में इंदौर ट्रीटमेंट की भी सुविधा है और अगर मरीज को कुछ दिनों के लिए एडमिट रखकर इलाज की आवश्यकता है तो यह सुविधा यहां है. कई सारे असाध्य रोग जैसे जोड़ो का दर्द, साइटिका, थायराइड, मिर्गी इत्यादि जैसे बीमारियों में होम्योपैथी काफी सफल चिकित्सा पद्धति है. उन्होंने कहा कि बेहद कम खर्च में जटिल से जटिल रोगों को होम्योपैथी दवाइयो के माध्यम से ठीक किया जा रहा है. डॉक्टर बीएम प्रसाद ने कहा कि क्लीनिक में महिलाओं को डॉ. रीना कुमारी देखती हैं और अभी के समय महिलाओं में ओवेरियन सिस्ट के मामले काफी अधिक आ रहे हैं. 100 महिलाओं में 35 महिलाएं इस बीमारी से ग्रसित पाई जा रही है और मोनोपॉज से भी जुड़ी परेशानियां भी महिलाओं को काफी परेशान करती है. ऐसे में इन बीमारियों के लिए होम्योपैथी में सफल इलाज उपलब्ध है.

पटना: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के बेली रोड में जगदेव पथ के पास एक नए होम्योपैथिक हॉस्पिटल (Homeopathic Hospital) का शुभारंभ हुआ है. बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha) ने इसका उद्घाटन किया है. इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार (Rural Development Minister Shravan Kumar) और स्थानीय बीजेपी विधायक संजीव चौरसिया भी मौजूद रहे. यह होम्योपैथिक हॉस्पिटल बेली रोड ओवर ब्रिज के पिलर नंबर 3 के ठीक सामने तैयार किया गया है. यह होम्योपैथी चिकित्सा के लिए प्रसिद्ध डॉक्टर ब्रिज होम्योपैथी रिसर्च सेंटर की दूसरी शाखा है.

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होम्योपैथिक हॉस्पिटल का उद्घाटन करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि डॉ. ब्रिज होम्योपैथी रिसर्च सेंटर के पटना में खुलने से यहां के लोगों को जटिल बीमारियों का होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति से इलाज के लिए दूसरे प्रदेशों का रुख नहीं करना होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद से प्रदेश के लोगों में एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के अलावा होम्योपैथी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को लेकर झुकाव काफी बढ़ गया है

देखें रिपोर्ट

स्पीकर ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सा की खासियत है कि इसका साइड इफेक्ट कम होता है और यह बीमारी को जड़ से खत्म करता है. उन्होंने कहा कि होम्योपैथी लोगों के मनोवृति ही नहीं मन की प्रवृत्ति को भी बदलता है. नशा मुक्त समाज बनाने में होम्योपैथी की भूमिका है. उन्होंने कहा कि 5 सामाजिक अभिशाप जो है, उसमें नशा सबसे पहला है और नशा मुक्ति के लिए होम्योपैथी की दवाइयां काफी कारगर होती हैं.

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वहीं, डॉक्टर बृज होम्योपैथी रिसर्च सेंटर के संस्थापक डॉ. बीएम प्रसाद ने बताया कि लोगों के मन में यह भ्रांति बैठी हुई है कि होम्योपैथी की दवा काम तो करती है, मगर काफी लेट काम करती है. यह दवा पहले बीमारी बढ़ाती है और फिर इसे जड़ से खत्म करती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. यह सब गलत भ्रांतियां हैं. होम्योपैथिक की दवाई काफी क्विक रिस्पांस करती है और बीमारी को जड़ से खत्म करती है.

डॉ. बीएम प्रसाद ने कहा कि हॉस्पिटल में इंदौर ट्रीटमेंट की भी सुविधा है और अगर मरीज को कुछ दिनों के लिए एडमिट रखकर इलाज की आवश्यकता है तो यह सुविधा यहां है. कई सारे असाध्य रोग जैसे जोड़ो का दर्द, साइटिका, थायराइड, मिर्गी इत्यादि जैसे बीमारियों में होम्योपैथी काफी सफल चिकित्सा पद्धति है. उन्होंने कहा कि बेहद कम खर्च में जटिल से जटिल रोगों को होम्योपैथी दवाइयो के माध्यम से ठीक किया जा रहा है. डॉक्टर बीएम प्रसाद ने कहा कि क्लीनिक में महिलाओं को डॉ. रीना कुमारी देखती हैं और अभी के समय महिलाओं में ओवेरियन सिस्ट के मामले काफी अधिक आ रहे हैं. 100 महिलाओं में 35 महिलाएं इस बीमारी से ग्रसित पाई जा रही है और मोनोपॉज से भी जुड़ी परेशानियां भी महिलाओं को काफी परेशान करती है. ऐसे में इन बीमारियों के लिए होम्योपैथी में सफल इलाज उपलब्ध है.

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