पटना: पीएफआई की गतिविधियों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. बिहार में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front Of India) के संगठित गिरोह का खुलासा हुआ है. लंबे समय से पीएफआई (PFI) नापाक एजेंडे को लागू कराने के लिए फुलवारी शरीफ इलाके में काम कर रही थी. भाजपा पीएफआई की गतिविधियों को लेकर सख्त है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन (BJP National Spokesperson Shahnawaz Hussain) ने कहा है कि पीएफआई जैसे संस्था को बिहार में किसी भी सूरत में पनपने नहीं दिया जाएगा. इसके लिए अल्पसंख्यक लोगों को भी आगे आना चाहिए.
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'भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय साजिश चल रही है और उसी का हिस्सा बिहार में चलने वाली पीएफआई की गतिविधियां है. मेरे जैसे व्यक्ति के रहते हुए बिहार में पीएफआई को पनपने नहीं दिया जाएगा और उनके फन कुचल दिए जाएंगे. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी इसके लिए आगे आने चाहिए.' -
'PFI को बिहार में पनपने नहीं दिया जाएगा' : गौरतलब है कि राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में PFI संगठन से जुड़े आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद नए-नए खुलासे सामने आ रहे है. इस बीच, पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो (Patna SSP Manavjit Singh Dhillon) ने फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल (Phulwari Sharif PFI Terror Module) मामले और गजवा-ए-हिंद मामले में बिहार पुलिस मुख्यालय को एक पत्र लिखा है. मामले में अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन आने के बाद पटना एसएसपी ने पुलिस मुख्यालय को पत्र (patna ssp wrote letter to bihar DGP) लिखकर जांच एटीएस को सौंपने का अनुरोध किया है. इस जांच में कई खुलासे के बाद एसएसपी ने एडीजी मुख्यालय को पत्र लिखा है.
बीजेपी नेताओं ने की है बैन की मांग : फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल (Phulwari Sharif Terror Module) के बाद बिहार में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की गतिविधियों को लेकर जिस प्रकार से उद्भेदन हुए हैं, इससे साफ जाहिर के ये संस्था बिहार के लिए ये बड़ा खतरा है. इसके बावजूद बिहार में अब तक इस पर बैन नहीं लगा है. नीतीश सरकार फैसला नहीं ले पा रही है, जबकि बीजेपी की तरफ से लगातार बैन लगाने की मांग (Demand For Ban On Popular Front Of India) हो रही है. उधर जदयू में पीएफआई को लेकर एक राय नहीं दिख रही है. हालांकि जदयू के मंत्री सुनील कुमार का कहना है कि यहां भी बिहार सरकार विधि सम्मत कार्रवाई जरूर करेगी.
आगे भी हो सकते हैं कई बड़े खुलासे: फुलवारी शरीफ मामले में अब तक 8 संदिग्ध गिरफ्तार हो चुके है. हालांकि अब भी 18 लोगों की एनआईए को तलाश है. अब तक वकील नुरूद्दीन जंगी, मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज, अरमान मलिक, ताहिर अहमद, शब्बिर मलिक, शमीम अख्तर और इलियास ताहिर उर्फ मगरूब को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं, पटना के सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) के कार्यालय में छापेमारी के दौरान पुलिस ने जो पोस्टर बरामद किए हैं. इसमें तीस्ता सीतलवाड़, आल्ट न्यूज के पत्रकार मो. जुबैर और श्री कुमार की तस्वीरें हैं. पीएफआई की साजिश के खुलासे के बाद एनआईए, आईबी और पटना पुलिस लगातार तफ्तीश में जुटी है. रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. वहीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक जांच सही दिशा में जा रही है. देश विरोधी गतिविधियों को लेकर आगे कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.