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CM के फैसले से 'संजय' नाराज, कहा- ऐसे तो बिहार में हो जाएंगे महाराष्ट्र जैसे हालात

बिहार सरकार द्वारा राज्य में नाइट कर्फ्यू की घोषणा के बाद सरकार में शामिल सहयोगी दल के नेता ने फैसले पर ऐतराज जताया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे तो बिहार के हालात महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे हो जाएंगे. पढ़िये पूरी रिपोर्ट..

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Published : Apr 20, 2021, 8:33 AM IST

Updated : Apr 20, 2021, 9:59 AM IST

नाइट कर्फ्यू के फैसले पर ऐतराज
नाइट कर्फ्यू के फैसले पर ऐतराज

पटनाः बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य रूप से नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है. लेकिन मुख्यमंत्री के इस फैसले से सरकार में सहयोगी दल के नेता खुश नहीं हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने ऐतराज जताया है. उन्होंने संक्रमण की रोकथाम के लिए नाइट कर्फ्यू को नाकाफी बताया है.

इसे भी पढ़ेंः Bihar Corona Update: बिहार में पीक पर कोरोना, मौत के आंकड़ों ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

'महाराष्ट्र जैसे होंगे हालात'
संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में नाइट कर्फ्यू काफी नहीं है. अगर शुक्रवार शाम से लेकर सोमवार सुबह तक के कर्फ्यू को बिहार में लागू नहीं किया गया तो बिहार के हालात महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे हो जाएंगे.

62 घंटे के लॉकडाउन का प्रस्ताव रखा था
बता दें कि शनिवार को राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी. बैठक में भाजपा की तरफ से संजय जायसवाल शामिल हुए थे. उन्होंने शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक साप्ताहिक लॉकडाउन का प्रस्ताव रखा था. लेकिन उनके सुझाव को नहीं माना गया. जिसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर अपनी नाराजगी जताई.

संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा पोस्ट
संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा पोस्ट

इसे भी पढ़ेंः 'कोरोना का प्रहार, ऑक्सीजन पर मचा हाहाकार', जानिए क्या है असली वजह

संजय जायसवाल ने और क्या लिखा?
"आज बिहार सरकार ने बहुत सारे फैसले लिए हैं, जो आज की परिस्थिति में बहुत अनिवार्य हैं. मैं कोई विशेषज्ञ तो नहीं हूं फिर भी सभी अच्छे निर्णयों में इस एक निर्णय को समझने में असमर्थ हूं कि रात का कर्फ्यू लगाने से करोना वायरस का प्रसार कैसे बंद होगा? अगर करोना वायरस के प्रसार को वाकई रोकना है तो हमें हर हालत में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक की बंदी करनी ही होगी. घरों में बंद इन 62 घंटों में लोगों को अपनी बीमारी का पता चल सकेगा और उनके बाहर नहीं निकलने के कारण बीमारी के प्रसार को रोकने में कुछ मदद अवश्य मिलेगी. वैसे करोना प्रसार रोकने की महाराष्ट्र में सर्वोत्तम स्थिति यही रहती कि 4 दिन रोजगार और 3 दिन की बंदी. बिहार में अभी इसकी जरूरत नहीं है ,पर अगर हम हफ्ते में 2 दिन कड़ाई से कर्फ्यू नहीं लगा पाए तो हमारी स्थिति भी महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसी हो सकती है." -संजय जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष

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'महाराष्ट्र जैसे होंगे हालात'
संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में नाइट कर्फ्यू काफी नहीं है. अगर शुक्रवार शाम से लेकर सोमवार सुबह तक के कर्फ्यू को बिहार में लागू नहीं किया गया तो बिहार के हालात महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसे हो जाएंगे.

62 घंटे के लॉकडाउन का प्रस्ताव रखा था
बता दें कि शनिवार को राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी. बैठक में भाजपा की तरफ से संजय जायसवाल शामिल हुए थे. उन्होंने शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक साप्ताहिक लॉकडाउन का प्रस्ताव रखा था. लेकिन उनके सुझाव को नहीं माना गया. जिसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर अपनी नाराजगी जताई.

संजय जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा पोस्ट
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संजय जायसवाल ने और क्या लिखा?
"आज बिहार सरकार ने बहुत सारे फैसले लिए हैं, जो आज की परिस्थिति में बहुत अनिवार्य हैं. मैं कोई विशेषज्ञ तो नहीं हूं फिर भी सभी अच्छे निर्णयों में इस एक निर्णय को समझने में असमर्थ हूं कि रात का कर्फ्यू लगाने से करोना वायरस का प्रसार कैसे बंद होगा? अगर करोना वायरस के प्रसार को वाकई रोकना है तो हमें हर हालत में शुक्रवार शाम से सोमवार सुबह तक की बंदी करनी ही होगी. घरों में बंद इन 62 घंटों में लोगों को अपनी बीमारी का पता चल सकेगा और उनके बाहर नहीं निकलने के कारण बीमारी के प्रसार को रोकने में कुछ मदद अवश्य मिलेगी. वैसे करोना प्रसार रोकने की महाराष्ट्र में सर्वोत्तम स्थिति यही रहती कि 4 दिन रोजगार और 3 दिन की बंदी. बिहार में अभी इसकी जरूरत नहीं है ,पर अगर हम हफ्ते में 2 दिन कड़ाई से कर्फ्यू नहीं लगा पाए तो हमारी स्थिति भी महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ जैसी हो सकती है." -संजय जायसवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष

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Last Updated : Apr 20, 2021, 9:59 AM IST
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