पटना : आरसीपी सिंह को झटका लगा है. बिहार विधान परिषद पूल से नीतीश कुमार के नजदीकी संजय गांधी को 7 स्टैंड रोड बंगला दिया गया था. जिसमें केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Union Minister RCP Singh) पिछले कई सालों से रह रहे थे. यहीं से अपनी राजनीति भी कर रहे थे. लेकिन पार्टी के अंदर ललन सिंह से 36 के आंकड़े के बाद आरसीपी सिंह राज्यसभा की उम्मीदवारी गई और अब उनसे बंगला भी ले लिया गया है. बिहार विधान परिषद पुल से सात स्टैंड रोड बंगला को केंद्रीय पूल में वापस लेते हुए मुख्य सचिव के नाम से कर दिया गया है.
ये भी पढ़ें - आरसीपी सिंह की दो टूक- 'केंद्रीय मंत्रिमंडल से नहीं देंगे इस्तीफा, पहले पीएम मोदी से मिलेंगे'
नीतीश कुमार के गुड बुक से आरसीपी सिंह बाहर! : भवन निर्माण विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. पार्टी में अभी आरसीपी सिंह का विरोधी खेमा आरसीपी सिंह पर भारी पड़ रहा है. आरसीपी सिंह के विरोधी खेमे में भवन निर्माण मंत्री अशोक सिंह का भी नाम लिया जाता है. कुल मिलाकर देखें तो अभी नीतीश कुमार के गुड बुक से आरसीपी सिंह बाहर जा रहे हैं. इसीलिए एक के बाद एक उनके खिलाफ फैसले हो रहे हैं. राज्यसभा में नहीं जाने के कारण अब केंद्रीय मंत्री पद से भी हटना तय है.
7 जुलाई तक मोदी कैबिनेट में मंत्री रहेंगे RCP: बता दें कि आरसीपी सिंह मोदी कैबिनेट में इस्पात मंत्री हैं और 7 जुलाई को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है. 7 जुलाई तक वह मंत्रिमंडल में बने रह सकते हैं. टिकट कटने के बाद आरसीपी सिंह मीडिया से मुखातिब हुए थे. आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार को जहां अपना नेता बताया था वहीं ललन सिंह के साथ किसी तरह के विवाद से इनकार किया था. फिलहाल आरसीपी सिंह को पार्टी में किसी तरह की जिम्मेदारी नहीं दी गई है. लेकिन वह पार्टी में बतौर और कार्यकर्ता बने रहेंगे.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP