पटना: नहाय खाय के साथ ही चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath) की शुरुआत हो गई है. पहले दिन चावल के साथ चना दाल और लौकी की सब्जी खाने का विशेष महत्व है. जिसके घर में छठ पर्व नहीं होता है, वह भी दूसरे के घर जाकर प्रसाद ग्रहण करता है. बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) ने भी सोमवार को जेडीयू के विधान पार्षद डॉ. रणवीर नंदन के घर पहुंचकर नहाय खाय का प्रसाद ग्रहण किया.
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इस मौके पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि छठ का पर्व हमें अनुशासन सिखाता है. उन्होंने कहा कि वह आज सुबह से छठ महापर्व को लेकर तैयारियों का जायजा लेने के लिए क्षेत्र में निकले हुए हैं. सुबह से वह पटना सिटी के इलाके में छठ घाटों का दौरा किए हैं और फिर यहां रणवीर नंदन के घर प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे हैं. यहां से फिर दीघा घाट पर छठ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए निकलेंगे. उन्होंने कहा कि 4 दिनों के छठ पर्व में हमें अनुशासन का महत्व देखने को मिलता है. यह एकमात्र पर्व है, जिसमें सबसे पहले डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया जाता है और फिर अगले दिन उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया जाता है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि रणवीर नंदन ने उन्हें प्रसाद खाने के लिए निमंत्रित किया था, जिसे उन्होंने स्वीकार किया और वह प्रसाद खाने पहुंचे हुए हैं. इसके अलावा वह गरीबों को छठ पूजा के लिए पूजन सामग्री और सूप का वितरण भी कर रहे हैं. छठ पर्व में आस्था, अनुशासन, भाईचारा और सामाजिक सद्भाव की भावना देखने को मिलती है और यह बहुत ही पवित्र पर्व है.
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बीजेपी सांसद ने कहा कि उन्हें इस बात की बेहद खुशी है कि आज छठ पर्व सिर्फ बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश का ही नहीं, बल्कि भारत का पर्व बन गया है. अब इसकी चर्चा दुनिया भर में होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी छठ की महत्ता की हमेशा चर्चा करते हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह लोगों से आग्रह करेंगे कि छठ का पर्व पूरे उल्लास के साथ मनाइए, लेकिन जब छठ घाट पर जाएं तब चेहरे पर मास्क का प्रयोग करें और 2 गज की दूरी मेंटेन करें.