पटना: पटना एयरपोर्ट पर लॉकडाउन के दौरान ही 25 मई से घरेलू उड़ानें शुरू की गई थी. यहां विभिन्न शहरों से लगातार फ्लाइटों का आना जारी है. इस कारण यहां यात्रियों की संख्या के साथ-साथ कोरोना का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है. लेकिन एयरपोर्ट प्रशासन की तरफ से कोरोना से बचाव को लेकर किसी प्रकार की सुविधा नहीं दिख रही है. आलम ये है कि पटना एयरपोर्ट परिसर में यहां-वहां पीपीई किट फेंके नजर आ रहे हैं, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी की लापरवाही
एयरपोर्ट अथॉरिटी इसको लेकर उदासीन नजर आ रही है. यात्री पीपीई किट के साथ यात्रा करते हैं और एयरपोर्ट पर उतरने के बाद कई लोग अपने पीपीई किट, फेस मास्क और ग्लब्स एयरपोर्ट परिसर में ही इधर-उधर फेंक देते हैं. प्रशासन की तरफ से इसे नष्ट करने के लिए किसी भी प्रकार का कोई उपाए नहीं किया गया है. जिसका नतीजा है कि ये पीपीई किट ऐसे ही पड़े रहते हैं. इस कारण कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है.
बिहार में बढ़ रही कोरोना मरीजों की संख्या
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. सभी जिले इस वायरस की चपेट में हैं. वहीं पूरे प्रदेश में अब तक कुल 35 लोगों की मौत भी हो चुकी है. जबकि 6,183 लोग अब तक इसकी चपेट में आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक कुल 1,16,671 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 230 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं, इस तरह अब तक कुल 3316 लोग स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट गये हैं. कोरोना से रिकवरी रेट 45 फीसदी है.