पटना: बिहार विधानसभा शताब्दी वर्ष समापन समारोह (Bihar Vidhan Sabha Centenary Year Closing Ceremony) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को बुलाने की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो गई है. बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha) ने बिहार सरकार के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, भवन निर्माण विभाग के सभी बड़े अधिकारी मौजूद थे. जहां संसदीय कार्य विभाग के मंत्री विजय चौधरी भी शामिल थे.
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शताब्दी स्मृति स्तंभ का निर्माण: बिहार विधानसभा के ठीक सामने शताब्दी स्मृति स्तंभ का निर्माण हो रहा है. इस पर काम तेजी से चल रहा है. भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों ने 15 मई से 20 मई तक तैयार करने का भरोसा दिया है. विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और बातचीत करते हुए कहा कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण देंगे और अपनी सुविधानुसार पीएम जब भी आएंगे तो उनके स्वागत के लिए हम लोग तैयार हैं.
बिहार के लिए गौरव की बात: एक साल के अंदर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों का आगमन बिहार विधानसभा के कार्यक्रम में होगा. पिछले साल विधानसभा शताब्दी वर्ष समारोह में ही राष्ट्रपति का आगमन हुआ था और शताब्दी स्मृति स्तंभ के निर्माण का शिलान्यास किया था और अब इसके तैयार होने पर उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार के लिए गौरव की बात होगी.
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इतिहास का गवाह है विधानसभा भवन: बता दें कि देश की आजादी से पहले इस भवन का निर्माण हुआ था. यह देश के आजाद होने से लेकर उसके आगे बढ़ने तक के इतिहास का गवाह भी है. देश की आजादी के लिए बिहार के सपूतों को बलिदान देते इस भवन ने देखा है. आजाद भारत में 'जय हिंद' का नारा लगाकर अपनी मातृभूमि के लिए मर मिटने की कसम खाने वाले वीर सपूतों का भी गवाह है. आजादी के बाद बिहार को विकास की दिशा देने के लिए नीतियां बनाकर उसे बिहार के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए भी यही सदन जिम्मेदार है. यह 100 सालों के अपने मजबूत इतिहास का दरख्त लिए खड़ा है. यह बिहार का स्वाभिमान भी है, अभिमान भी और गौरव भी. आज पूरा बिहार शताब्दी समारोह के रूप में उसी स्वाभिमान, अभिमान और गौरव की गौरव गाथा लिख रहा है.
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