पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा का निधन हो गया. लंबे समय से बीमार चल रहे डॉक्टर मिश्रा दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन से परिजनों और समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ पड़ी है. पटना स्थित उनके आवास पर शोकाकुल लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है.
सांत्वना देने पहुंच रहे समर्थक
डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे चुके थे. लंबी बीमारी के कारण दिल्ली में उन्होंने अंतिम सांस ली. खबर सुनने के बाद से समर्थक पटना के उनके आवास पर सांत्वना देने पहुंच रहे हैं. उनके निधन पर लोगों ने बताया कि बिहार ने एक महान सपूत खो दिया है.
बचपन से थी राजनीति में रूचि
बता दें कि जगन्नाथ मिश्रा को बचपन से ही राजनीति में रुचि थी. वह एक राजनेता के साथ-साथ एक समृद्ध लेखक भी थे. उन्होंने कॉलेज के प्रोफेसर के रूप में अपना करियर शुरू किया. लेकिन इसके बाद वे राजनीति में आ गए और कांग्रेस में शामिल हो गए.
1975 में हुई थी उनके भाई की मृत्यु
डॉ. मिश्रा केंद्रीय मंत्री का भी दायित्व संभल चुके थे. वे वर्तमान में जनता दल (यू) में थे. जगन्नाथ मिश्र के भाई ललित नारायण मिश्रा इंदिरा गांधी की सरकार में रेल मंत्री थे. ललित बाबू 1973 से 1975 तक भारत के रेलमंत्री थे. 3 जनवरी 1975 को समस्तीपुर बम-विस्फोट में उनकी मृत्यु हो गयी थी.
जमीनी नेता थे जगन्नाथ मिश्रा
जगन्नाथ मिश्रा को जमीनी नेता माना जाता था. उनका नाम बिहार के बड़े नेताओं में गिना जाता है. वह 90 के दशक के बीच केंद्रीय कैबिनेट मंत्री भी रहे. कांग्रेस छोड़ने के बाद, वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और इसके बाद वह जेडीयू के साथ जुड़े.