ETV Bharat / city

पशुपति कुमार पारस ने रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर पूर्व सीएम मांझी को दिया न्योता

आगामी 8 अक्टूबर को पशुपति कुमार पारस के आवास पर रामविलास पासवान की पुण्यतिथि मनायी जायेगी. उस कार्यक्रम के लिए जीतन राम मांझी को न्योता दिया गया है.

पशुपति कुमार पारस ने पूर्व सीएम को दिया न्योता
पशुपति कुमार पारस ने पूर्व सीएम को दिया न्योता
author img

By

Published : Oct 3, 2021, 1:44 PM IST

पटना: केंद्रीय मंत्री (Central Minister) पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) आज पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के आवास पर पहुंचे. उन्होंने मांझी के साथ वर्तमान समय में बिहार और केंद्र की राजनिति को लेकर चर्चा की. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि में आने का न्योता भी दिया.

ये भी पढ़ें- 'LJP घटनाक्रम के लिए BJP जिम्मेदार'.. 'बंगला' फ्रीज किए जाने के बाद बिहार में सियासत तेज

आगामी 8 अक्टूबर को पशुपति कुमार पारस के आवास पर पुण्यतिथि का आयोजन होना है. उसमें मांझी को शामिल होने का उन्होंने न्योता दिया है. आपको बता दें कि चिराग पासवान ने भी अपने पिता रामविलास पासवान की दिल्ली में पुण्य तिथि मनाने की बात कही है.

फिलहाल जो हालात है, उसमें उपचुनाव को लेकर चिराग और पशुपति पारस के बीच फिर से तल्खी बढ़ी हुई है. उपचुनाव में चिराग ने जदयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारने की बात कही थी. वहीं, चुनाव आयोग ने बंगला चुनाव चिन्ह को फ्रीज किया है.

ये भी पढ़ें- चिराग की वो एक भूल जिसने 'बंगले' में कर दिया अंधेरा...!

चुनाव चिन्ह को फ्रीज करने को लेकर पशुपति पारस ने दावा किया है कि चुनाव आयोग से उन्होंने ही शिकायत की थी. इसके बाद चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया गया. अब जल्द ही उपचुनाव को लेकर नामांकन भी होना है. ऐसे में चिराग क्या करेंगे, ये समय बताएगा लेकिन फिलहाल चुनाव चिन्ह को लेकर एक बार फिर से चाचा-भतीजा में तनातनी शुरू हो गयी है.

बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में बंगले (चुनाव चिह्न) पर कब्जे की लड़ाई नये मोड़ पर पहुंच गई है. चुनाव आयोग (Election Commission) ने चुनाव चिह्न 'बंगला' को जब्त कर लिया है. केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) और लोजपा सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) दोनों अभी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते.

ये भी पढ़ें- 'चिराग-पशुपति पारस नहीं कर सकते 'बंगला' चुनाव चिह्न का इस्तेमाल'.. LJP का सिंबल जब्त

बताते चलें कि इसी साल जून में लोजपा दो धड़ों में बंट गई थी. पांच सांसदों के साथ रामविलास के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस ने अपने आप को एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर लिया था. अगल-थलग पड़े चिराग पासवान ने पार्टी पर अपनी दावेदारी जताते हुए निर्वाचन आयोग के समक्ष इसकी शिकायत की थी.

लोजपा में टूट के बाद पशुपति पारस गुट और चिराग गुट के बीच पार्टी और पार्टी के चुनाव चिह्न पर कब्जे की जंग चल रही है. दोनों गुट खुद को असली लोजपा और दूसरे को फर्जी बता रहे हैं. बिहार में मुंगेर जिले के तारापुर और दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान सीट पर विधानसभा का उपचुनाव होगा. दोनों गुटों ने दोनों सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि अब दोनों गुटों के चुनाव चिह्न अलग होंगे. दोनों को सिंबल चुनने का मौका दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- JDU के खिलाफ दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी LJP, नीतीश की पार्टी को हो सकता है नुकसान

ये भी पढ़ें- तेज प्रताप ने किसी को नहीं छोड़ा... बहन से लेकर भाई तक... चुन-चुनकर सबको कोसा

पटना: केंद्रीय मंत्री (Central Minister) पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) आज पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के आवास पर पहुंचे. उन्होंने मांझी के साथ वर्तमान समय में बिहार और केंद्र की राजनिति को लेकर चर्चा की. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि में आने का न्योता भी दिया.

ये भी पढ़ें- 'LJP घटनाक्रम के लिए BJP जिम्मेदार'.. 'बंगला' फ्रीज किए जाने के बाद बिहार में सियासत तेज

आगामी 8 अक्टूबर को पशुपति कुमार पारस के आवास पर पुण्यतिथि का आयोजन होना है. उसमें मांझी को शामिल होने का उन्होंने न्योता दिया है. आपको बता दें कि चिराग पासवान ने भी अपने पिता रामविलास पासवान की दिल्ली में पुण्य तिथि मनाने की बात कही है.

फिलहाल जो हालात है, उसमें उपचुनाव को लेकर चिराग और पशुपति पारस के बीच फिर से तल्खी बढ़ी हुई है. उपचुनाव में चिराग ने जदयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारने की बात कही थी. वहीं, चुनाव आयोग ने बंगला चुनाव चिन्ह को फ्रीज किया है.

ये भी पढ़ें- चिराग की वो एक भूल जिसने 'बंगले' में कर दिया अंधेरा...!

चुनाव चिन्ह को फ्रीज करने को लेकर पशुपति पारस ने दावा किया है कि चुनाव आयोग से उन्होंने ही शिकायत की थी. इसके बाद चुनाव चिन्ह को फ्रीज कर दिया गया. अब जल्द ही उपचुनाव को लेकर नामांकन भी होना है. ऐसे में चिराग क्या करेंगे, ये समय बताएगा लेकिन फिलहाल चुनाव चिन्ह को लेकर एक बार फिर से चाचा-भतीजा में तनातनी शुरू हो गयी है.

बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में बंगले (चुनाव चिह्न) पर कब्जे की लड़ाई नये मोड़ पर पहुंच गई है. चुनाव आयोग (Election Commission) ने चुनाव चिह्न 'बंगला' को जब्त कर लिया है. केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) और लोजपा सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) दोनों अभी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते.

ये भी पढ़ें- 'चिराग-पशुपति पारस नहीं कर सकते 'बंगला' चुनाव चिह्न का इस्तेमाल'.. LJP का सिंबल जब्त

बताते चलें कि इसी साल जून में लोजपा दो धड़ों में बंट गई थी. पांच सांसदों के साथ रामविलास के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस ने अपने आप को एलजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर लिया था. अगल-थलग पड़े चिराग पासवान ने पार्टी पर अपनी दावेदारी जताते हुए निर्वाचन आयोग के समक्ष इसकी शिकायत की थी.

लोजपा में टूट के बाद पशुपति पारस गुट और चिराग गुट के बीच पार्टी और पार्टी के चुनाव चिह्न पर कब्जे की जंग चल रही है. दोनों गुट खुद को असली लोजपा और दूसरे को फर्जी बता रहे हैं. बिहार में मुंगेर जिले के तारापुर और दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान सीट पर विधानसभा का उपचुनाव होगा. दोनों गुटों ने दोनों सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि अब दोनों गुटों के चुनाव चिह्न अलग होंगे. दोनों को सिंबल चुनने का मौका दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- JDU के खिलाफ दोनों सीटों पर प्रत्याशी उतारेगी LJP, नीतीश की पार्टी को हो सकता है नुकसान

ये भी पढ़ें- तेज प्रताप ने किसी को नहीं छोड़ा... बहन से लेकर भाई तक... चुन-चुनकर सबको कोसा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.