पटना: बिहार में पिछले कई वर्षों से पुलिस लगातार कमजोर होती दिख रही है. मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी के बावजूद पुलिस नाकाम रही. अनंत सिंह ने बिहार से बाहर दिल्ली के साकेत कोर्ट में जाकर आत्मसमर्पण किया. इससे पहले मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड से जुड़े तमाम मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में भी पुलिस नाकाम रही.
विपक्ष का आरोप
पुलिस के इस रवैए पर पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी दलीलें दे रहा है. विपक्ष का कहना है कि सरकार रसूखदार लोगों पर दोहरा चरित्र अपना रही है. अगर वह रसूखदार विपक्ष से जुड़ा हो तो उसे 3-4 दिन के अंदर गिरफ्तारी देनी पड़ती है. वहीं अगर वह रसूखदार सरकार से जुड़ा हो तो उसे अपने सुविधानुसार गिरफ्तारी देने का मौका दिया जाता है.
सत्ता पक्ष की दलील
इस मामले पर सरकार पक्ष अपनी दलील में कहता है कि अपराधी बिहार सरकार और पुलिस के डर से भाग जाते हैं. भाजपा प्रवक्ता अजीत चौधरी ने अनंत सिंह मामले पर कहा कि वो इतना डर गए थे कि उन्होंने बिहार से बाहर दिल्ली के कोर्ट में सरेंडर किया. बिहार में कानून का राज है और कोई भी अपराधी छिप सकता है, पर बच नहीं सकता.