पटनाः देवताओं के शिल्पी, निर्माण और सृजन के देवता (God Of Creation) कहे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा (Vishwakarma Puja 2022) की पूजा हर साल की भांति इस साल भी 17 सितंबर शनिवार काे की जा रही है. आज के दिन विशेष तौर पर औजारों, निर्माण कार्य से जुड़ी मशीनों, दुकानों, कारखानों आदि की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विश्वकर्मा की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, व्यापार में तरक्की और उन्नति होती है. जो भी कार्य प्रारंभ किए जाते हैं, वे पूरे होते हैं. भगवान विश्वकर्मा को संसार का पहला इंजीनियर भी कहा जाता है.
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पुलिस लाइन में सीएम ने प्रसाद ग्रहण कियाः पटना विश्वकर्मा पूजा के शुभ अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना पुलिस लाइन पहुंचे. एचक्यूआरटी में विश्वकर्मा भगवान की पूजा की जाती है. काफी श्रद्धा के साथ पुलिसकर्मी विश्वकर्मा पूजा करते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर साल विश्वकर्मा पूजा में पटना पुलिस लाइन आते हैं. यहां पूजा करने के बाद प्रसाद ग्रहण किया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल तथा एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के साथ तमाम अधिकारी मौजूद रहे. इस दाैरान पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से कुछ सवाल पूछना चाहा तो मीडिया से मुखातिब नहीं हुए और चुपचाप गाड़ी में बैठ कर चले गए. मुख्यमंत्री ने airport में भी पूजा की.
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विश्वकर्मा के जन्म को लेकर अलग-अलग कथाएं प्रचलितः भगवान विश्वकर्मा के जन्म को लेकर शास्त्रों में अलग-अलग कथाएं प्रचलित हैं. वराह पुराण के अनुसार ब्रह्माजी ने विश्वकर्मा को धरती पर उत्पन्न किया. वहीं विश्वकर्मा पुराण के अनुसार, आदि नारायण ने सर्वप्रथम ब्रह्माजी और फिर विश्वकर्मा जी की रचना की. भगवान विश्वकर्मा के जन्म को देवताओं और राक्षसों के बीच हुए समुद्र मंथन से भी जोड़ा जाता है. इस तरह भगवान विश्वकर्मा के जन्म को लेकर शास्त्रों में जो कथाएं मिलती हैं, उससे ज्ञात होता है कि विश्वकर्मा एक नहीं कई हुए हैं और समय-समय पर अपने कार्यों और ज्ञान से वो सृष्टि के विकास में सहायक हुए हैं.