पटना: नालंदा जहरीली शराबकांड में अब तक के कुल 13 लोगों (nalanda liquor death) की मौत हो चुकी है. इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें इस अवैध कारोबार का सरगना भी शामिल है. बिहार के डीजीपी संजीव कुमार सिंघल के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय के मद्य निषेध विभाग के अधिकारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह के नेतृत्व में टीम बनाकर वहां भेजा गया था. इसके बाद सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गई है. इस मामले में कुछ और भी अभियुक्त अभी फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी हो रही है.
जांच करने गई टीम द्वारा नालंदा में मृतकों के परिवार के साथ-साथ अस्पताल में भर्ती 4 लोगों से पूछताछ की गई है. शुरुआती दौर में जहरीली शराब की वजह से मौत की पुष्टि हुई है. छोटी पहाड़ी, जहां पर इस तरह की घटना घटित हुई थी, वहां पर अवैध शराब धंधे से कमाये पैसे से बनाया गये मकान को चिह्नित कर ध्वस्त किया जा रहा है. नालंदा जहरीली शराब कांड मामले में एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है. अभी शराब माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से की गयी कमाई से बने मकान को ध्वस्त भी किया जाएगा.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान जांच टीम के सदस्य एडीजी लॉ आर्डर संजय सिंह ने बताया कि सभी जिलों में एंटी लिकर टास्क फोर्स का गठन किया गया है. इसके माध्यम से फरार चल रहे शराब माफियाओं की गिरफ्तारी भी की जा रही है. नालंदा की तरह सभी जिलों में अवैध रूप से धन अर्जित करने वाले शराब माफियाओं के ठिकानों को भी नष्ट किया जाएगा.
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इसे चिह्नित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि समाज में कुछ लोग अधिक पैसा कमाने के लिए अवैध तरीके का इस्तेमाल करते हैं. इसके कारण जहरीली शराब से कुछ लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने आम लोगों से कि शराब का सेवन नहीं करने की अपील. साथ ही पुलिस का सहयोग करने का अनुरोध भी किया.
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