पटना. बिहार के मोतिहारी में 12 साल की एक लड़की से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर शव को जलाने का मामला सामने आया है. इस घटना से संबंधित एक ऑडियो भी वायरल हुआ है. बताया जा रहा है कि ऑडियो कुंडवा चैनपुर थानाध्यक्ष का है. बताया जा रहा है कि यह घटना 21 जनवरी की है.
जानकारी के अनुसार, मोतिहारी के ढाका प्रखंड के कुंडवा चैनपुर बाजार के गार्ड की 12 वर्षीय बेटी से गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर शव को जबरन जला दिया गया था. गार्ड नेपाल का रहने वाला है.
आरजेडी ने घटना को बताया बिहार का 'हाथरस कांड'
मामला सामने आने के बाद बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस घटना को बिहार का 'हाथरस' कांड बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'बिहार में हाथरस कांड की तरह एक 12 वर्षीय बच्ची की निर्मम हत्या कर उसकी लाश रातों-रात जला दी गई. पिता का कहना है बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ. Audio में सुनिए पुलिस अधिकारी कैसे अपराधियों को लाश जलाने की तरकीबें सुझा रहे है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी नाकामयाबियों के सिकंदर बन गए हैं.'
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दरअसल, मोतिहारी के कुंडवा चैनपुर थाना इलाके में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गई. बच्ची की हत्या के बाद आरोपियों ने थानेदार से मिलकर मामला सलटा लिया और बच्ची के शव को जला दिया. इधर, मृत बच्ची के माता-पिता को डरा धमकाकर आरोपियों ने चुप करा दिया.
आरोपी और थानाध्यक्ष का ऑडियो हुआ वायरल
वहीं, घटना के लगभग 10 दिन के बाद मृत बच्ची के पिता ने सिकरहना एसडीपीओ को आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया. उसके बाद मामला सामने आया. इसी बीच कुंडवा चैनपुर थानाध्यक्ष संजीव रंजन और आरोपी के बीच बच्ची के शव को ठिकाने लगाने को लेकर हो रही बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया. जिसके बाद एसपी ने थानाध्यक्ष संजीव रंजन को निलंबित कर दिया है.
नेपाल का रहने वाला है पीड़ित परिवार
दरअसल, मृत बच्ची के पिता नेपाल के रहने वाले हैं. यहां पर वे किराये के मकान में रहते थे. वह बाजार में घूम घूमकर चाय बेचने का काम करता था और रात में बाजार की चौकीदारी का काम करता था. लगभग 7 वर्षों से वह उसी बाजार में काम करके अपना परिवार चलाता था.
गैंगरेप के बाद कर दी बच्ची की हत्या
जानकारी के अनुसार, 21 जनवरी को उसकी बेटी घर में अकेली थी और पत्नी नेपाल अपने गांव गई थी. आरोप है कि इसी दौरान कुंडवा चैनपुर के रहने वाले विनय साह, दीपक कुमार साह, देवेंद्र कुमार साह और रमेश साह ने बच्ची के साथ गैंगरेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपियों ने मृत बच्ची के पिता को काफी डराया-धमकाया और मृत बच्ची के शव को जला दिया. घटना के अगले दिन मृत बच्ची के पिता और भाई को आरोपियों ने मारपीट कर नेपाल सीमा तक पहुंचा दिया. इधर, स्थानीय थानाध्यक्ष इन सभी बातों की जानकारी आरोपियों से ले रहे थे.
डीएसपी को आवेदन देकर बताई सारी बातें
कुछ दिनों के बाद मृत बच्ची के पिता ने किसी से आवेदन लिखवाकर विगत दो फरवरी को सिकरहना अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक को आवेदन दिया. आवेदन में उसने सारी बातें बताई और प्राथमिकी दर्ज करने की गुहार लगाई. मृत बच्ची के पिता ने एसडीपीओ को दिए आवेदन में 12 लोगों को आरोपित किया है. उसके बाद मामला सामने आया और विगत 3 फरवरी को कुंडवा चैनपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई.
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इसी बीच 4 फरवरी को बैक टू बैक चार ऑडियो वायरल हुआ. जिसमें थानाध्यक्ष संजीव रंजन और आरोपी रमेश साह के बीच मृत बच्ची के शव को ठिकाने लगाने के अलावा पीड़ित परिवार को मैनेज करने से संबंधित बातचीत हो रही है. ऑडियो वायरल होने के बाद इस मामले को दबाने में पुलिस की भूमिका भी उजागर हो गई.
थानाध्यक्ष को निलंबित कर किया एसआईटी गठित
इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी नवीनचंद्र झा ने कुंडवा चैनपुर थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है. साथ ही एसडीपीओ सिकरहना के नेतृत्व में घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. एसपी ने बताया कि घटना के बाद थानाध्यक्ष ने एफआईआर दर्ज नहीं किया और मृतका के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया. साथ ही अपने वरीय अधिकारियों को घटना की जानकारी भी नहीं दी, जबकि थानाध्यक्ष को सारी बातों की जानकारी थी. जिसका ऑडियो वायरल है. एसपी ने कहा कि थानाध्यक्ष को निलंबित कर इस घटना में थानाध्यक्ष की भूमिका की भी जांच की जाएगी.