पटना: सोमवार को बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Speaker Vijay Sinha) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के बीच हुई तीखी नोकझोंक को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने सीएम पर हमला बोला है. एलजेपीआर प्रवक्ता चंदन सिंह (LJPR Spokesperson Chandan Singh) ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने अपने गृह जिला लखीसराय की घटना का जिक्र सदन में क्या किया, मुख्यमंत्री तो आग बबूला हो गए. जिस भाव से विधानसभा अध्यक्ष की तरफ मुखातिब होकर सीएम बोलने लगे, उससे प्रतीत हो रहा था कि वह सीधे-सीधे स्पीकर को धमकी दे रहे हैं.
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'स्पीकर को धमकी दे रहे थे सीएम': चंदन सिंह ने कहा कि अपराधियों को बचाना और निर्दोषों को फंसाना, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन में यही होता रहा है. हमलोग शुरू से ये बात कहते थे और अब तो विधानसभा अध्यक्ष भी सदन में ये बात कह रहे हैं. स्पीकर लखीसराय की घटना का जिक्र कर रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री को यह बर्दाश्त नहीं हुआ. एलजेपीआर प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो आसन के प्रति व्यवहार किया है, वह कहीं से भी नजीर पेश नहीं कर रहा है. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मानो मुख्यमंत्री खुलेआम स्पीकर को धमकी दे रहे हों. उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी का मानना है कि जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी का विचारों का गठबंधन नहीं है. यह सत्ता में किसी भी तरीके से कायम रहे, उसका गठबंधन है. ऐसे में बहुत जल्द गठबंधन टूट जाएगा और बिहार में मध्यावधि चुनाव होना तय है.
"अपराधियों को बचाना और निर्दोषों को फंसाना, यही काम है माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सुशासन का राज है. यही तो हमलोग कहते थे लेकिन अब तो विधानसभा अध्यक्ष भी सदन में ये बात कह रहे हैं. स्पीकर लखीसराय की घटना का जिक्र कर रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री को तो यह बर्दाश्त नहीं हुआ. मुख्यमंत्री ने जो आसन के प्रति व्यवहार किया है, वह कहीं से भी नजीर पेश नहीं कर रहा है"- चंदन सिंह, प्रवक्ता, एलजेपीआर
स्पीकर-सीएम में नोकझोंक: दरअसल लखीसराय में विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा (Misbehavior with Speaker Vijay Sinha in Lakhisarai) के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले को लेकर विपक्षी दलों और बीजेपी के विधायक लगातार सदन में हंगामा कर रहे हैं. ऐसे में सीएम ने कहा कि मामले में कार्रवाई की जा रही है. बार-बार इस तरह से इस मुद्दे को सदन में उठाना सही नहीं है. हम न किसी को फंसाते हैं और न किसी को बचाते हैं. विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उस पर जरूर विचार करेंगे और देखेंगे की कौन सा पक्ष सही है. इस दौरान सीएम और विधानसभा अध्यक्ष (Debate Between CM Nitish Kumar and Speaker Vijay Sinha ) के बीच तीखी बहस हुई.
आगबबूला हुए CM नीतीश: सीएम ने इस दौरान सदन में कहा कि सिस्टम संविधान से चलता है. किसी भी क्राइम का रिपोर्ट कोर्ट में जाता है. सदन में नहीं जाता है. कृप्या करके ज्यादा मत करिए जो चीज जिस का अधिकार है उसको करने दीजिए. किसी तरह का भ्रम है तो बातचीत किया जाएगा. इस मामले को अकारण आगे बढ़ाने की कोई जरूरत नहीं है. आप संविधान देख लीजिए संविधान क्या कहता है.
'आप ही बता दीजिए कैसे चलता है सदन': वहीं सीएम के भड़कने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि कुर्की जब्ती नहीं हुई है. इसका जवाब नहीं दिया जा सका. आप ही बता दें कि सदन कैसे चलेगा वैसे ही चलाएंगे. सदन में जब प्रश्न आया कि कुर्की जब्ती कब होगा उसी में एक मामला जोड़ा गया जिसमें सारे विधायकों ने तीन बार हंगामा किया. हमने आग्रह किया कि विशेषाधिकार कमेटी में मामला चल रहा है उसपर चर्चा नहीं होगी. मामला उठा कि आयोजनकर्ता व उद्घाटनकर्ता की आजतक अरेस्टिंग नहीं हुई है. इस मामले को सरकार क्यों गंभीरता से नहीं ली? पुलिस के द्वारा लखीसराय की घटना पर खानापूर्ति की जा रही है. जहां तक संविधान की बात है तो मुख्यमंत्री जी आप हमसे ज्यादा जानते हैं मैं आपसे सीखता हूं.
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