पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने जनता से सीधे जुड़ने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए जनता दरबार (Janta Darbar) की फिर शुरुआत की है. यहां सैकड़ों लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. इधर, विपक्षी दल इसे लेकर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साध रहे हैं. एलजेपी (LJP) ने जनता दरबार को मुख्यमंत्री की नाकामियों का प्रतीक बताया है. साथ जेडीयू (JDU) में जारी गुटबाजी पर कटाक्ष भी किया.
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लोजपा प्रवक्ता चंदन सिंह (LJP spokesperson Chandan Singh) ने कहा कि नीतीश कुमार से बिहार संभल नहीं रहा है. वे बिहार के गृह मंत्री भी हैं. जनता दरबार लगाकर मुख्यमंत्री अपना मनोरंजन कर रहे हैं. जो वास्तव में शोषित, पीड़ित, दलित, अल्पसंख्यक हैं, वे जनता दरबार के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री जनता दरबार के अंदर अपना मनोरंजन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पहले अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) एवं इकलौते केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) को जनता दरबार में बुलाकर उनके झगड़े को पहले सुलझाना चाहिए. जब जनता दरबार लगाए ही हैं तो पार्टी का भी कुछ भला कीजिए. एलजेपी नेता ने कहा कि जनता दरबार नीतीश कुमार का मात्र एक आडंबर है. इसे बिहार की जनता भली-भांति जानती है.
चंदन सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में अपराध चरम सीमा पर पहुंच गया है. हत्या, लूट, अपहरण, गैंगरेप की घटनाएं लगातार हो रही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गृह मंत्री के साथ साथ मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.