पटना: लोक जन शक्ति पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी सहित अपने सभी प्रकोष्टों को भंग कर दिया है. पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षों को भी तत्काल अपने पद से हटा दिया है. लोजपा प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एक पत्र जारी कर ऐसी सूचना दी है .पत्र में कहा गया है कि पार्टी के संगठन को फिर से बनाया जाएगा और सारे सदस्य फिर से निर्वाचित किये जाएंगे.
लोजपा ने सदस्यता अभियान की नहीं की शुरुआत
राज्य में लगभग सभी पार्टियां सदस्यता अभियान चला रही है और अपने संगठन में सभी पदों की घोषणा कर रहे हैं. प्रदेश में लोजपा ही ऐसी पार्टी है जिसने अभी तक सदस्यता अभियान भी शुरू नहीं किया है. बिहार में दलितों की एकमात्र पार्टी लोजपा में लोकसभा चुनाव के बाद एक बड़ी टूट हुई थी. उस दौरान पार्टी के प्रधान महासचिव रह चुके सत्यानंद शर्मा ने अपनी अलग पार्टी बनाने की घोषणा की थी. पार्टी से शर्मा के बाहर जाने के साथ ही कई जिलाध्यक्षों ने पार्टी से दूरी बना ली है. सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में दलित समाज के अच्छे चेहरों को अन्य दलों से लोजपा में लाने की मुहिम चल रही है.
'दलित सेना' की कमान संभालने वालों की कमी
लोजपा लगातार दलितों को एकजुट करने का अभियान चला रही है. रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनकी बनाई 'दलित सेना' की कमान संभालने वालों की भी कमी देखी जा रही है. माना जा रहा है कि लोजपा ने अपनी राज्य कार्यकारिणी और प्रकोष्ट को भंग कर ये संदेश दिया है कि जल्द ही दलितों का कोई चेहरा पार्टी में लाने की कोशिश की जा रही है. ये चेहरा रामविलास के परिवार से भी हो सकता है जिसे पार्टी के राज्य कार्यकारिणी की कमान सौंपी जा सकती है.