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LJP ने भंग किए प्रदेश कार्यकारिणी सहित सभी प्रकोष्ट, पशुपति कुमार पारस ने जारी किया पत्र

लोजपा लगातार दलितों को एकजुट करने का अभियान चला रही है. माना जा रहा है कि लोजपा ने अपने राज्य कार्यकारिणी और प्रकोष्ट को भंग कर ये संदेश दिया है कि जल्द ही दलितों का कोई चेहरा पार्टी में लाने की कोशिश की जा रही है

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Published : Sep 21, 2019, 11:08 AM IST

Updated : Sep 21, 2019, 11:14 AM IST

पटना: लोक जन शक्ति पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी सहित अपने सभी प्रकोष्टों को भंग कर दिया है. पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षों को भी तत्काल अपने पद से हटा दिया है. लोजपा प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एक पत्र जारी कर ऐसी सूचना दी है .पत्र में कहा गया है कि पार्टी के संगठन को फिर से बनाया जाएगा और सारे सदस्य फिर से निर्वाचित किये जाएंगे.

ljp expelled its state executive
पशुपति कुमार पारस ने जारी किया पत्र

लोजपा ने सदस्यता अभियान की नहीं की शुरुआत
राज्य में लगभग सभी पार्टियां सदस्यता अभियान चला रही है और अपने संगठन में सभी पदों की घोषणा कर रहे हैं. प्रदेश में लोजपा ही ऐसी पार्टी है जिसने अभी तक सदस्यता अभियान भी शुरू नहीं किया है. बिहार में दलितों की एकमात्र पार्टी लोजपा में लोकसभा चुनाव के बाद एक बड़ी टूट हुई थी. उस दौरान पार्टी के प्रधान महासचिव रह चुके सत्यानंद शर्मा ने अपनी अलग पार्टी बनाने की घोषणा की थी. पार्टी से शर्मा के बाहर जाने के साथ ही कई जिलाध्यक्षों ने पार्टी से दूरी बना ली है. सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में दलित समाज के अच्छे चेहरों को अन्य दलों से लोजपा में लाने की मुहिम चल रही है.

पेश है रिपोर्ट

'दलित सेना' की कमान संभालने वालों की कमी
लोजपा लगातार दलितों को एकजुट करने का अभियान चला रही है. रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनकी बनाई 'दलित सेना' की कमान संभालने वालों की भी कमी देखी जा रही है. माना जा रहा है कि लोजपा ने अपनी राज्य कार्यकारिणी और प्रकोष्ट को भंग कर ये संदेश दिया है कि जल्द ही दलितों का कोई चेहरा पार्टी में लाने की कोशिश की जा रही है. ये चेहरा रामविलास के परिवार से भी हो सकता है जिसे पार्टी के राज्य कार्यकारिणी की कमान सौंपी जा सकती है.

पटना: लोक जन शक्ति पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी सहित अपने सभी प्रकोष्टों को भंग कर दिया है. पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षों को भी तत्काल अपने पद से हटा दिया है. लोजपा प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एक पत्र जारी कर ऐसी सूचना दी है .पत्र में कहा गया है कि पार्टी के संगठन को फिर से बनाया जाएगा और सारे सदस्य फिर से निर्वाचित किये जाएंगे.

ljp expelled its state executive
पशुपति कुमार पारस ने जारी किया पत्र

लोजपा ने सदस्यता अभियान की नहीं की शुरुआत
राज्य में लगभग सभी पार्टियां सदस्यता अभियान चला रही है और अपने संगठन में सभी पदों की घोषणा कर रहे हैं. प्रदेश में लोजपा ही ऐसी पार्टी है जिसने अभी तक सदस्यता अभियान भी शुरू नहीं किया है. बिहार में दलितों की एकमात्र पार्टी लोजपा में लोकसभा चुनाव के बाद एक बड़ी टूट हुई थी. उस दौरान पार्टी के प्रधान महासचिव रह चुके सत्यानंद शर्मा ने अपनी अलग पार्टी बनाने की घोषणा की थी. पार्टी से शर्मा के बाहर जाने के साथ ही कई जिलाध्यक्षों ने पार्टी से दूरी बना ली है. सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में दलित समाज के अच्छे चेहरों को अन्य दलों से लोजपा में लाने की मुहिम चल रही है.

पेश है रिपोर्ट

'दलित सेना' की कमान संभालने वालों की कमी
लोजपा लगातार दलितों को एकजुट करने का अभियान चला रही है. रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनकी बनाई 'दलित सेना' की कमान संभालने वालों की भी कमी देखी जा रही है. माना जा रहा है कि लोजपा ने अपनी राज्य कार्यकारिणी और प्रकोष्ट को भंग कर ये संदेश दिया है कि जल्द ही दलितों का कोई चेहरा पार्टी में लाने की कोशिश की जा रही है. ये चेहरा रामविलास के परिवार से भी हो सकता है जिसे पार्टी के राज्य कार्यकारिणी की कमान सौंपी जा सकती है.

Intro:एंकर लोक जन शक्ति पार्टी ने प्रदेश कार्यकारिणी सहित अपने सभी प्रकोष्ट को भंग कर दिया है यहाँ तक कि पार्टी ने सभी जिलाध्यक्षो को भी तत्काल अपने पद से हटा दिया है लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एक पत्र जारी कर ऐसी सूचना दी है पत्र में कहा गया है कि पार्टी के संगठन को फिर से बनाया जाएगा और सारे सदस्य फिर से निर्वाचित किये जाएंगे


Body: जहां राज्य में लगभग सभी पार्टियां सदस्यता अभियान चला अपने संगठन में सभी पद घोसित कर रहे हैं वही लोजपा अपने संगठन के सभी प्रकोस्टों को भंग कर दिया है आपको बता दें कि प्रदेश में लोजपा ही ऐसी पार्टी है कि अभी तक सदस्यता अभियान भी नही शुरू की है बिहार में दलितों के एकमात्र पार्टी में लोकसभा चुनाव के बाद एक बड़ी टूट हुई थी जब लोजपा के प्रधान महासचिव रह चुके सत्यानंद शर्मा ने अपनी अलग पार्टी बनाने की घोषणा किया था सत्यानंद शर्मा को पार्टी से बाहर जाने के साथ ही कई जिले के जिलाध्यक्ष ने पार्टी से दूरी बना ली है सूत्रों से खबर आ रही है कि प्रदेश में जो दलित के अच्छे चेहरे है उन्हें अन्य दलों से लोजपा में लाने की मुहिम चल रही है


Conclusion: लोजपा लगातार दलितों को एकजुट करने का अभियान चला रहा है क्योंकि रामविलास पासवान के छोटे भाई रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनके द्वारा बनाये गए दलित सेना का कमान भी संभालने वालों की कमी देखी जा रही है निश्चित तौर पर लोजपा ने अपने राज्य कार्यकारिणी और प्रकोष्ट को भंग कर ये संदेश दिया है कि जल्द ही दलितों का कोई चेहरा वो पार्टी में लाने के जुगत में है ये चेहरा रामविलास के परिवार से भी हो सकता है जिसे पार्टी के राज्य कार्यकारिणी का कमान मिले ये आश्चर्य की बात नही हो सकती
Last Updated : Sep 21, 2019, 11:14 AM IST
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