ETV Bharat / city

मसौढ़ी: किसान बिल के खिलाफ सड़क पर उतरे वाम दल के लोग, सड़क जामकर किया हंगामा

किसान बिल को लेकर देशभर में धरना प्रदर्शन हो रहा है. किसानों ने भी तमाम राजनीतिक दलों के नेतृत्व में मोर्चा खोल दिया है.

मसौढ़ी
मसौढ़ी
author img

By

Published : Sep 25, 2020, 8:31 PM IST

पटना(मसौढ़ी): किसान बिल के खिलाफ एक तरफ जहा जन अधिकार पार्टी ने बिहार बंद किया. वहीं वाम दलों ने भी सड़क पर उतर कर बिहार बंद का ऐलान किया है. इसी क्रम में मसौढ़ी में रेलवे गुमटी चौराहे के पास वाम दल के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान यातायात घंटो बाधित रहा.

वाम दलों के बिहार बंद के दौरान मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ, पुनपुन और अन्य विभिन्न जगहों पर चक्का जाम किया गया. आंदोलनकारियों की मानें तो किसानों के लिए लाया गया बिल किसानों के लिए काला कानून है. किसानों के हितैषी का दिखावा करने वाले मोदी सरकार अपने कार्यकाल न केवल सभी किसानों को ठगा है. बल्कि सभी वर्ग के लोग इसके ठगी का शिकार हो चुके हैं.

मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी
धरना-प्रदर्शन के दौरान वाम कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूरे भारत में बेरोजगारी इन दिनों बढ़ गई है. सभी सरकारी संस्थानों को बेच दिया गया है. ऐसे मे सामंती ताकतों को उखाड फेंकने के लिए सभी वर्गों को एकजुट होना पड़ेगा. किसान बिल के अध्यादेश पर वामदलों ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है कि उस पर हस्ताक्षर ना करें. यह किसानों के हित में नहीं है. किसान बिल विपक्षियों के एक मुद्दा बन गया है.

पटना(मसौढ़ी): किसान बिल के खिलाफ एक तरफ जहा जन अधिकार पार्टी ने बिहार बंद किया. वहीं वाम दलों ने भी सड़क पर उतर कर बिहार बंद का ऐलान किया है. इसी क्रम में मसौढ़ी में रेलवे गुमटी चौराहे के पास वाम दल के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान यातायात घंटो बाधित रहा.

वाम दलों के बिहार बंद के दौरान मसौढ़ी अनुमंडल के धनरूआ, पुनपुन और अन्य विभिन्न जगहों पर चक्का जाम किया गया. आंदोलनकारियों की मानें तो किसानों के लिए लाया गया बिल किसानों के लिए काला कानून है. किसानों के हितैषी का दिखावा करने वाले मोदी सरकार अपने कार्यकाल न केवल सभी किसानों को ठगा है. बल्कि सभी वर्ग के लोग इसके ठगी का शिकार हो चुके हैं.

मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी
धरना-प्रदर्शन के दौरान वाम कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूरे भारत में बेरोजगारी इन दिनों बढ़ गई है. सभी सरकारी संस्थानों को बेच दिया गया है. ऐसे मे सामंती ताकतों को उखाड फेंकने के लिए सभी वर्गों को एकजुट होना पड़ेगा. किसान बिल के अध्यादेश पर वामदलों ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है कि उस पर हस्ताक्षर ना करें. यह किसानों के हित में नहीं है. किसान बिल विपक्षियों के एक मुद्दा बन गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.