पटना: बिहार के विभिन्न जिलों से आए हजारों पंचायत वार्ड सचिव सोमवार सुबह से ही वीरचंद पटेल पथ पर जमे हुए थे. वे अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पहले पानी का बौछार किया. इसके बावजूद पंचायत वार्ड सचिव वहां से नहीं हटे तो पुलिस ने जमकर लाठियां (Lathi Charge on Panchayat Ward Secretaries) भांजीं. अब इस घटना को लेकर राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया (JDU LJP Statement on Lathi Charge) सामने आने लगी है.
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इस घटना को लेकर जदयू ने सफाई देते हुए कहा है कि सरकार और पटना उच्च न्यायालय ने स्थान चिह्नित किया है, वार्ड सचिवों को वहीं धरना-प्रदर्शन करना चाहिए. वहीं अपनी बात रखनी चाहिए. उनकी नियुक्ति नीतीश सरकार ने ही की थी. किसी को भी कानून उल्लंघन का अधिकार नहीं है. वार्ड सचिव इससे पहले जदयू कार्यालय का भी घेराव कर चुके हैं.
दूसरी ओर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है. पार्टी की ओर से प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह ने कहा कि एक लाख से अधिक पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े वार्ड सचिव पटना में अपनी सेवा बहाल रखे जाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. इस दौरान सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने तक नहीं गया. आपको बता दें कि चिराग पासवान धरनास्थल पर गये थे और उन्हें आश्वासन भी दिया था. इसके बाद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था.
अपनी इस उपेक्षा से दुखी होकर वार्ड सचिवों ने आज विरोध-प्रदर्शन किया. इसमें अपने छोटे बच्चों के साथ महिलायें भी शामिल थीं लेकिन पुलिस ने इसकी परवाह नहीं की. इन निहत्थों पर बर्बर लाठी चार्ज तो किया ही, साथ ही साथ ठंड के इस मौसम में उन पर पानी की बौछार भी कर दी. बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. यह दुखद है. इधर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह वार्ड सचिवों के समर्थन में प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि पुलिस की आज की कार्रवाई की जितनी निंदा की जाये, कम होगी.
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