पटना: बीजेपी (BJP), जदयू (JDU) के बाद अब हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) भी महीने के प्रत्येक मंगलवार को जनता दरबार (Janata Darabaar) लगाना शुरू कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Former CM Jitan Ram Manjhi) के आवास पर बड़ी संख्या में बिहार के विभिन्न जिलों से फरियादी पहुंचने शुरू हो गए हैं. फरियादियों का कहना है कि यहां पर आकर के हमें लगता है कि जो हमारी समस्या है उसका समाधान होगा. इसीलिए हम लोग यहां पहुंचे हैं.
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'हमारे नेता जीतन मांझी जी शुरू से ही मानते हैं कि जो प्रदेश में गरीब हैं, दलित हैं उनकी समस्याओं का समाधान ठीक ढंग से नहीं हो पाता है. इसी को लेकर जीतन राम मांझी ने खुद से इसकी पहल की है और आज हमारे मंत्री संतोष कुमार सुमन लोगों की फरियाद सुनेंगे और ऑन स्पॉट ही लोगों की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करेंगे.' : अमरेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश प्रवक्ता, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा
जनता दरबार में पहुंचे पंकज कुमार का कहना है कि हम लोग संविदा पर थाने में ड्राइवर की नौकरी करते थे लेकिन सरकार ने फरमान जारी किया है कि अब हम लोगों को हटा दिया जाएगा. इसी समस्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के जनता दरबार में पहुंचे हैं. हमें उम्मीद है कि हम लोगों को न्याय मिलेगा.
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सीतामढ़ी से आए हरिशंकर प्रसाद का कहना है कि हम लघु जल संसाधन विभाग में काम करते थे. 19 महीने का वेतन हम लोगों को नहीं मिला है और हमारे विभाग के मंत्री संतोष कुमार सुमन जी हैं उनके पास हम अपने आप फरियाद लेकर आए हैं जिससे कि हमें जल्द से जल्द वेतन मिले.
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निश्चित तौर पर सबसे ज्यादा वैसे ही फरियादी यहां पहुंचे हैं जिन्हें अधिकारियों के खिलाफ शिकायत है. उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दरबार लगाकर शिकायत को सुन रहे हैं. अब देखना यह है कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जनता दरबार में किस तरह की समस्या ज्यादा आती है और किस तरह से फरियादी के समस्या का समाधान पार्टी के मंत्री या नेता कर पाते हैं.
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