पटना: इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में बांझपन (Infertility) का संपूर्ण इलाज शुरू हो गया है. बिहार में पहली बार किसी सरकारी अस्पताल में आईवीएफ और टेस्ट ट्यूब बेबी (IVF and Test Tube Baby) की भी सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. इसको लेकर विशेष लैब भी बनाया गया है. जहां सभी अत्याधुनिक उपकरण मौजूद हैं.
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आइजीआइएमएस में स्पर्म और ओवम (Sperm and Ovum) को प्रिजर्व करने की भी सुविधा सस्ते दर पर उपलब्ध है. रिप्रोडक्टिव मेडिसिन डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. भावना तिवारी का कहना है कि यहां पर आईवीएफ या टेस्ट ट्यूब बेबी को लेकर सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं.
उन्होंने बताया कि यहां पर आधुनिक और सहज तरीके से स्पर्म प्रिजर्व करने की फैसिलिटी भी उपलब्ध है. सस्ते दर पर बांझपन का इलाज किया जा सकेगा. सारी सुबिधा हमलोग मरीजो को उपलब्ध करवा रहे है यहां एम्ब्रियो फ्रीजिंग (Embryo Freezing) की भी व्यवस्था है.
वहीं डिपार्टमेंट ऑफ रिप्रोडक्टिव मेडिसिन की एचओडी डॉ. कल्पना सिंह का दावा है कि बिहार में पहली बार किसी सरकारी संस्थान में ये सुविधा उपलब्ध हो पाई है. यहां हम काफी सस्ते दर में आईवीएफ यानी टेस्ट ट्यूब बेबी की सुविधा मुहैया करा रहे हैं. तमाम आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध है.
डॉ. कल्पना ने बताया कि यहां आईवीएफ का चार्ज हमलोगों ने 30 हजार रुपया रखा है, जबकि इक्सी का चार्ज 35 हजार रुपये है और एम्ब्रॉय या स्पर्म प्रिजर्वेशन का चार्ज मात्र 7000 रुपये है. साथ ही दवा भी कम कीमत पर यहां उपलब्ध होगी.
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आइजीआइएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल का कहना है कि हमारे यहां सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज हो रहा था, लेकिन टेस्ट ट्यूब बेबी की सुविधा यहां नहीं थी. अब हमने इसकी भी शुरुआत कर दी है.
डॉ. मनीष ने कहा कि स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद के सहयोग से इसको लेकर नया भवन भी बनाया गया है. हम उम्मीद करते हैं कि जो लोग किसी कारण से माता-पिता नहीं बन पा रहे थे, वे अब निजी क्लीनिक की तुलना में बेहद कम खर्च पर संतान सुख ले सकेंगे.