पटना: राज्य में पिछले वर्ष 3,456 अमीनों की बहाली (Appointed of Amines in Bihar) हुई थी. संविदा पर अमीनों की बहाली विशेष भूमि सर्वेक्षण अभियान (Special Land Survey Campaign in Bihar) के लिए की गई थी. बड़े पैमाने पर हुई बहाली में इंजीनियर डिग्री धारी और डिप्लोमा होल्डर ने भी आवेदन किया और उनका चयन भी हो गया. मगर, जांच में डिग्रीधारी सबसे अधिक फर्जी पाए गए.
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गौरतलब है कि पहले भी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने एक दर्जन अमीनों पर कार्रवाई की थी. 80 अमीनों ने खुद ही नौकरी छोड़ दी. अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने 96 अमीनों की सेवा समाप्त कर दी गई है. फर्जी प्रमाण पात्र वाले अमीनों के खिलाफ विभाग ने FIR करने का भी निर्देश दिया है. साथ ही मानदेय की राशि भी वसूली जाएगी.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अमीनों की पदस्थापना भी की है. उसकी भी सूची विभाग की ओर से जारी की गई है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में संविदा पर बहाल 96 अमीनों की सेवा समाप्त की गई है. उसमें अधिकांश सारण जिले के हैं. पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, नालंदा और मधुबनी के भी संविदा पर नियुक्त अमीनों की डिग्री फर्जी निकली है.
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सबसे अधिक फर्जी डिग्री प्राविधिक शिक्षा परिषद लखनऊ से जुड़ी है. इसके अलावा अन्नामलाई यूनिवर्सिटी तमिलनाडु, मेवाड़ यूनिवर्सिटी चितौड़गढ़ राजस्थान, स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक राज पिला भरूच, हिमालयन यूनिवर्सिटी अरुणाचल प्रदेश और डॉ सीवी रमन विश्वविद्यालय बिलासपुर की फर्जी डिग्री और डिप्लोमा अभ्यर्थियों ने जमा किया था.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इसकी जांच कराई थी और जांच में यह बात सामने आई है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अब 3,264 अमीन बच गए हैं. भू अर्जन निदेशक जय सिंह के अनुसार अभी जांच चल रही है और कई पर गाज गिरने की आशंका है.
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