नवादा: गबन के मामले में पिछले साढ़े तीन साल से पटना के बेऊर जेल में बंद पौरा पंचायत की मुखिया (Paura Panchayat Mukhiya) सोनी देवी ने बुधवार को जेल से आकर मुखिया पद की शपथ ली. आपको बता दें कि बेऊर जेल में रहते हुए ही उन्होंने अपना मुखिया पद के लिए पर्चा भरा था. पटना बेऊर जेल से नवादा में सदर प्रखंड ऑफिस में आकर उन्होंने मुखिया पद की शपथ ली.
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बीडीओ अंजनी कुमार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. सोनी देवी करीब साढ़े 3 साल से पटना के बेऊर जेल में आय से अधिक संपत्ति के मामले में बंद थीं. नवादा पहुंचने के दौरान समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया. उनका पंचायत हॉट सीट था. उन्होंने एमएलसी प्रत्याशी रहे श्रवण कुशवाहा की पत्नी ममता देवी को पराजित किया था.
नवनिर्वाचित मुखिया सोनी देवी पर कादिरगंज ओपी के पौरा गांव में आय से अधिक संपत्ति और सरकारी राशि गबन करने का आरोप है. इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया था. बता दें कि 17 मार्च 2017 को नगर थाने में सरकारी योजनाओं की राशि गबन को लेकर सोनी देवी सहित 12 लोगों को नामजद और अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
दर्ज प्राथमिकी में कई अधिकारी और कर्मचारियों का भी नाम शामिल है. मामला सामने आने बाद जब जांच की गई तो आरोप सही पाया गया. लिहाजा सोनी देवी को गिरफ्तार कर किया गया था. तब से वो जेल में हैं. जेल में रहते हुए उन्होंने चुनाव जीता.
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