पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Electoral strategist Prashant Kishor) बिहार दौरे पर आने वाले हैं. यहां उनकी सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात ( Prashant Kishor meet CM Nitish Kumar) होने की पूरी संभावना है. कांग्रेस के साथ प्रशांत किशोर की बात नहीं बनने के बाद अब अगर नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात होती है तो सियासी हलकों में यह महत्वपूर्ण माना जायेगा. कई तरह की चर्चा भी शुरू होगी. हालांकि अभी से कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.
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जदयू में शामिल हुए थे प्रशांत किशोर: प्रशांत किशोर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के लिए पहले भी काम कर चुके हैं. यहां तक कि जदयू में शामिल भी हो गए थे. जदयू में शामिल होने के बाद पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में जदयू को अध्यक्ष की कुर्सी भी दिलाई थी. उससे पहले 2015 विधानसभा चुनाव में भी नीतीश कुमार के लिए काम किया था. महागठबंधन की सरकार बनाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. नीतीश कुमार ने पार्टी में दो नंबर की कुर्सी भी उन्हें दी थी. हालांकि जेडीयू के अंदर आरसीपी सिंह व अन्य नेताओं से अनबन होने के कारण जदयू से बाहर निकल गये थे.
10 साल बिहार में रहने की कही थी बात: प्रशांत किशोर ने बिहार में बात बिहार की कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की थी. उन्होंने 10 साल तक बिहार में रहने की बात कही थी लेकिन कुछ ही दिनों में ही सब कुछ समेटकर यहां से चले गए थे. अब प्रशांत किशोर के पटना दौरे को लेकर कई तरह की चर्चा हो रही है. नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात से बिहार में सियासी हलचल बढ़ सकता है. इससे पहले भी प्रशांत किशोर कई मौकों पर कह चुके हैं कि नीतीश कुमार के साथ वे फिर से काम कर सकते हैं. नीतीश कुमार भी प्रशांत किशोर से अपने व्यक्तिगत संबंध की बात कहते रहे हैं. नीतीश कुमार की दिल्ली दौरे पर प्रशांत किशोर से मुलाकात हुई थी. दोनों के बीच बेहतर संबंध हैं. इसी कारण राजनीतिक हलकों में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी हैं.
बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास: प्रशांत किशोर 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही वे राष्ट्रपति पद के लिए भी विपक्ष की ओर से एकजुट उम्मीदवार देने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. नीतीश कुमार का नाम भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर चर्चा में आया था. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश ने खुद उसका खंडन किया था. प्रशांत किशोर ने विपक्ष के दिग्गज नेताओं से पहले भी कई बार मुलाकात की है लेकिन अब तक सकारात्मक पहल होता दिख नहीं रहा है.
कांग्रेस में प्रशांत किशोर के जाने की खूब चर्चा हुई थी लेकिन वहां भी बात नहीं बनी. अब देखना है कि नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात होती है तो किन मुद्दों पर चर्चा करते हैं और आगे की रणनीति क्या होती हैं. ऐसे प्रशांत किशोर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी सहित दक्षिण भारत के कई नेताओं के साथ काम कर चुके हैं या कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव में उन्हें जीत भी दिलाई है. बीजेपी और कांग्रेस के साथ ही प्रशांत किशोर ने काम किया है. अब 2024 पर उनकी नजर है.
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