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आज से पटना की सड़कों पर नहीं चलेंगे डीजल बस-ऑटो, शहर से बाहर होंगी करीब 12000 गाड़ियां

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Published : Apr 1, 2022, 11:21 AM IST

आज, एक अप्रैल से पटना की सड़कों पर डीजल बस और ऑटो नहीं चलेंगे. परिवहन विभाग ने 31 मार्च तक ही शहर में डीजल बसें और ऑटो चलाने की अनुमति दी थी. इन गाड़ियों को हटाने का मकशद शहर में प्रदूषण का स्तर कम करना है. यह निर्णय पटना का वायु प्रदूषण नियंत्रण करने के लिये लिया गया है.

Diesel bus auto will not run on Patna roads
Diesel bus auto will not run on Patna roads

पटना: देश में इन दिनों पेट्रोल और डीजल के दामों के चलते हाहाकार की स्थिति है. इनकी कीमतों में बढ़ोतरी से लोग हलकान हैं. दूसरी ओर आज से पटना की सड़कों पर डीजल बस और ऑटो नहीं (Diesel bus auto will not run on Patna roads) चलेंगे. इस सरकारी आदेश के बाद ऑटो चालकों को बड़ा झटका लगा है. इससे एक साथ करीब 250 डीजल बस और 12 हजार डीजल ऑटो शहर से बाहर हाे जाएंगे. परिवहन विभाग ने 31 मार्च तक ही शहर में डीजल बसें और ऑटो चलाने की अनुमति दी थी. वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है.

वायु प्रदूषण में टॉप पर पहुंच था पटना: दरअसल, पटना में वायु प्रदूषण (air pollution in Patna) वर्ष 2019 में देश में टॉप पर पहुंच गया था. पटना का एक्यूआई लेवल (AQI Level in Patna) 400 के पार पहुंच गया था. इसकी सबसे बड़ी वजह वाहनों से होने वाला प्रदूषण है. इसके बाद सरकार ने डीजल गाड़ियाें के परिचालन को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया था. 2019 में ही कैबिनेट ने निर्णय लिया था कि पटना नगर निगम क्षेत्र के साथ ही दानापुर, खगौल और फुलवारीशरीफ में 31 जनवरी 2020 से डीजल चालित गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: 'परिवहन विभाग का बजट 394 करोड़ और लालू परिवार की संपत्ति 396 करोड़ की, न्यायिक बुलडोजर चलना चाहिए'

31 मार्च 2022 तक थी माेहलत: बाद में इसे 31 मार्च, 2021 तक के लिए बढ़ा दिया गया. इसके बाद 30 सितंबर की नई तारीख तय की गयी. फिर 31 मार्च 2022 तक की माेहलत दी गई ताकि लाेग डीजल गाड़ियाें काे सीएनजी में कन्वर्ट करा सकें. अब बिहार का परिवहन विभाग और माेहलत देने के मूड में नहीं है. इस सरकारी आदेश के बाद बस और ऑटो चालकों को बड़ा झटका लगा है. ऑटो चालकों का कहना है कि हम लोगों को विकल्प देना चाहिए था. हम लोग भूखों मरने के कगार पर आ जाएंगे.

सीएनजी में कन्वर्ट कराने के लिए अनुदान दे रही है सरकार: सरकार सीएनजी बसें खरीदने और ऑटाे में सीएनजी किट लगाने के लिए अनुदान दे रही है. 16 और 24 सीट वाली बसों के लिए अनुदान देने का प्रावधान है. कुल कीमत का 50 फीसदी या अधिकतम 7.50 लाख रुपये अनुदान के तौर पर मिलेंगे. पुराने परमिट पर नयी सीएनजी बस चला सकते हैं. डीजल या पेट्रोल चालित तिपहिया वाहन को सीएनजी में कन्वर्ट करने पर 40 हजार एकमुश्त अनुदान मिलेगा. 7 की क्षमता वाले पेट्रोल ऑटाे को सीएनजी किट के रिट्रोफिटमेंट कराने पर 20 हजार का अनुदान दिया जायेगा.

ये भी पढ़ें: सख्ती भी, राहत भी: शराब बेचने वालों पर चलेगा बुलडोजर, इस शर्त पर छूट सकेंगे शराबी

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पटना: देश में इन दिनों पेट्रोल और डीजल के दामों के चलते हाहाकार की स्थिति है. इनकी कीमतों में बढ़ोतरी से लोग हलकान हैं. दूसरी ओर आज से पटना की सड़कों पर डीजल बस और ऑटो नहीं (Diesel bus auto will not run on Patna roads) चलेंगे. इस सरकारी आदेश के बाद ऑटो चालकों को बड़ा झटका लगा है. इससे एक साथ करीब 250 डीजल बस और 12 हजार डीजल ऑटो शहर से बाहर हाे जाएंगे. परिवहन विभाग ने 31 मार्च तक ही शहर में डीजल बसें और ऑटो चलाने की अनुमति दी थी. वायु प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है.

वायु प्रदूषण में टॉप पर पहुंच था पटना: दरअसल, पटना में वायु प्रदूषण (air pollution in Patna) वर्ष 2019 में देश में टॉप पर पहुंच गया था. पटना का एक्यूआई लेवल (AQI Level in Patna) 400 के पार पहुंच गया था. इसकी सबसे बड़ी वजह वाहनों से होने वाला प्रदूषण है. इसके बाद सरकार ने डीजल गाड़ियाें के परिचालन को प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया था. 2019 में ही कैबिनेट ने निर्णय लिया था कि पटना नगर निगम क्षेत्र के साथ ही दानापुर, खगौल और फुलवारीशरीफ में 31 जनवरी 2020 से डीजल चालित गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया जाएगा.

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31 मार्च 2022 तक थी माेहलत: बाद में इसे 31 मार्च, 2021 तक के लिए बढ़ा दिया गया. इसके बाद 30 सितंबर की नई तारीख तय की गयी. फिर 31 मार्च 2022 तक की माेहलत दी गई ताकि लाेग डीजल गाड़ियाें काे सीएनजी में कन्वर्ट करा सकें. अब बिहार का परिवहन विभाग और माेहलत देने के मूड में नहीं है. इस सरकारी आदेश के बाद बस और ऑटो चालकों को बड़ा झटका लगा है. ऑटो चालकों का कहना है कि हम लोगों को विकल्प देना चाहिए था. हम लोग भूखों मरने के कगार पर आ जाएंगे.

सीएनजी में कन्वर्ट कराने के लिए अनुदान दे रही है सरकार: सरकार सीएनजी बसें खरीदने और ऑटाे में सीएनजी किट लगाने के लिए अनुदान दे रही है. 16 और 24 सीट वाली बसों के लिए अनुदान देने का प्रावधान है. कुल कीमत का 50 फीसदी या अधिकतम 7.50 लाख रुपये अनुदान के तौर पर मिलेंगे. पुराने परमिट पर नयी सीएनजी बस चला सकते हैं. डीजल या पेट्रोल चालित तिपहिया वाहन को सीएनजी में कन्वर्ट करने पर 40 हजार एकमुश्त अनुदान मिलेगा. 7 की क्षमता वाले पेट्रोल ऑटाे को सीएनजी किट के रिट्रोफिटमेंट कराने पर 20 हजार का अनुदान दिया जायेगा.

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