पटना: राजधानी पटना में रेलवे क्रॉसिंग बनाने की मांग (Demand to Build Railway Crossing in Patna) को लेकर सैकड़ों लोगों धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. गया रेलखंड के मसौढ़ी के नदवां रेलवे स्टेशन के पास समपार फाटक बनाने की मांग को लेकर अब लोगों का आंदोलन और भी उग्र हो गया है. ग्रामीण रेलवे स्टेशन के नजदीक धरना पर बैठे हैं. लोगों की मांग है कि रेलवे स्टेशन के बगल में समपार फाटक बनाया जाए. समपार फाटक नहीं होने से 113 गांव के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. दानापुर रेल मंडल प्रशासन की ओर से इन दिनों अवैध रेलवे क्रॉसिंग बंद किया जा रहा है. इसी क्रम में नदवां रेलवे स्टेशन के बगल में रेलवे क्रांसिंग को बंद कर दिया गया है.
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रेलवे क्रासिंग बंद होने से लोगों को परेशानी: रेलवे क्रासिंग बंद होने से तकरीबन 113 गांव का आना-जाना बंद हो गया है जिससे लोग परेशान हैं. ना कोई स्कूल की गाड़ी जा रही है, ना एंबुलेंस जा रहा है और नहीं रोजी- रोजगार के लिए कोई आ-जा रहा है जिसको लेकर लोग परेशान हैं. ग्रामीणों की माने तो यह मांग लगातार 1996 से चली आ रही है. स्थानीय विधायक, सांसद प्रतिनिधि ने रेल मंत्री से रेलवे क्रासिंग बनाने की मांग की थी लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है.
मांग नहीं माने जाने पर आमरण अनशन की चेतावनी: नदवां रेलवे स्टेशन के नजदीक समपार फाटक बनाने की मांग को लेकर 3 दिनों तक धरना चलेगा. 11 मार्च के बाद लोग आमरण अनशन पर बैठेंगे. उसके बाद भी अगर मांग पूरी नहीं हुई तो रेल चक्का जाम करने की चेतावनी दी गई है. गौरतलब है कि रेलवे स्टेशन के समीप धरना पर बैठे सभी ग्रामीणों की खबर मिलते ही धरना स्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दी गई है. आरपीएफ जवान को तैनात कर दिया गया है. लोगों का लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है.
1996 से रेलवे क्रासिंग बनाने की मांग: बता दें कि इन दिनों पटना गया रेलखंड (Patna Gaya Railway Line) में अवैध रेलवे क्रॉसिंग को बंद करने की प्रक्रिया तेज हो गई है. जगह-जगह पर रेल पुलिस की ओर से अवैध रेलवे क्रॉसिंग को बंद किया जा रहा है. ऐसे में मसौढ़ी में नदवां रेलवे स्टेशन (Nadwan Railway Station) के पास अवैध रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर दिया गया है, जिसको लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त नाराजगी है. क्रॉसिंग से तकरीबन 113 गांव के लोगों के आने-जाने का एकमात्र रास्ता है. साल 1996 से की यहां के लोग रेलवे फाटक की मांग कर रहे हैं.
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