पटना: बिहार में मंगलवार से पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर कोरोना वैक्सीनेशन अभियान (Corona Vaccination Campaign) की शुरुआत हो रही है. इस अभियान के तहत टीकाकरण (Vaccination) की टीम घर-घर जाकर ऐसे लोगों का पता करेगी, जो वैक्सीनेटेड नहीं है. प्रत्येक मोबाइल टीम ने एक वेरीफायर और एक वैक्सीनेटर होगा, जिसके द्वारा घर-घर जाकर टीकाकरण का कार्य किया जाएगा. टीम द्वारा घर विजिट के दौरान पल्स पोलियो की तर्ज पर घरों के बाहर मार्किंग भी की जाएगी.
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कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत प्रत्येक टीम को प्रतिदिन कम से कम 125 घरों का विजिट करना होगा. विजिट के बाद यदि घर के सभी सदस्य प्रथम खुराक ले चुके हैं तो उनके घर के बाहर 'CI P' का मार्किंग किया जाएगा. यदि घर के किसी एक सदस्य द्वारा प्रथम खुराक नहीं लिया गया है तो 'CI X' का मार्किंग किया जाएगा. यदि घर के सभी सदस्य दोनों खुराक ले लिए लिए हैं तो 'C2 P' का मार्किंग किया जाएगा और यदि घर के किसी भी एक या एक से अधिक सदस्यों द्वारा दूसरा खुराक नहीं लिया गया है तो 'C2 X' का मार्किंग किया जाएगा.
पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने बताया कि यह अभियान पूरी तरह पल्स पोलियो की तर्ज पर होगा और इसको लेकर अंतिम दौर की तैयारियां चल रही है. 16 नवंबर से 27 नवंबर तक यह अभियान चलेगा और बीच में 21 नवंबर के दिन यह अभियान बंद रहेगा.
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डॉ. एसपी विनायक ने बताया कि जो जागरूक लोग हैं, वह अब तक वैक्सीनेशन करा चुके हैं. अब तक जो वंचित रह गए हैं, उनके लिए कई बार विशेष ड्राइव चला लेकिन ऐसे लोगों को वैक्सीनेशन के दायरे में लाने के लिए डोर टू डोर अभियान ही एकमात्र रास्ता बचा है. उन्होंने बताया कि पटना जिले में लगभग 1000 टीमें बनाई जा रही है और वैक्सीनेटर के तौर पर एएनएम रहेंगी. जो लोग अब तक वैक्सीनेटेड नहीं हैं, उन्हें घर पर ही वैक्सीन दी जाएगी. यदि वैक्सीन के सेकेंड डोज का डेट 10 से 15 दिन बाद होगा तो उनके घर का मार्किंग होगा और फिर बाद में उनका अभियान चलाकर वैक्सीनेशन होगा.