पटना: राज्यसभा के लिए आरजेडी ने कांग्रेस की मांग को नजरअंदाज करते हुए दोनों सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. इस घटनाक्रम से कांग्रेस और आरजेडी की बीच रार बढ़ सकती है. कांग्रेस का कहना है कि आरजेडी की ओर से एग्रीमेंट तोड़ा गया है और इससे आने वाले समय में भरोसे में खलल पैदा होगा. वैसे आरजेडी के नेता महागठबंधन की एकजुटता का दावा कर रहे हैं. आरजेडी नेता का कहना है कि पूरी पार्टी लालू यादव के फैसले के साथ खड़ी है.
आने वाले समय में भरोसे में पैदा होगा खलल
कांग्रेस प्रवक्ता हरखू झा का कहना है कि आरजेडी सांसद मनोज झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि बिहार से जो भी पहली राज्यसभा की सीट होगी, वह कांग्रेस को दी जायेगी. लेकिन दोनों सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार उतार कर एक तरह से एग्रीमेंट को तोड़ा है और इसका असर भरोसे की राजनीति पर पड़ेगा. कांग्रेस प्रवक्ता का यह भी कहना है कि बातचीत अहमद पटेल, शक्ति सिंह गोहिल,लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के बीच हुई थी ऐसे में बात कहां बिगड़ी इसकी जानकारी नहीं है.
लालू प्रसाद यादव के फैसले के साथ है RJD
आरजेडी के पूर्व मंत्री और विधायक आलोक मेहता का कहना है कांग्रेस हमारे साथ है और महागठबंधन एकजुट है. पार्टी मेंं कई योग्य उम्मीदवार हैं, लेकिन नेता लालू प्रसाद यादव को फैसला लेने के लिए अधिकृत किया गया था और पार्टी पूरी तरह से उनके फैसले के साथ है.