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संजय जायसवाल के रोहिंग्या वाले सवाल पर मुंह फेर गए नीतीश कुमार.. सुने.. रुके.. फिर चलते बने - ईटीवी बिहार न्यूज

संजय जायसवाल ने बिहार में जातीय जनगणना कराने को लेकर कहा था कि इसमें कहीं रोंहिग्या भी शामिल ना हो जाए. जब आज इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार से पूछा गया तो इस सवाल को ध्यान से सुने.. रुके.. फिर चलते बने. आगे पढ़ें पूरी खबर...

CM Nitish Kumar
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Published : Jun 4, 2022, 4:33 PM IST

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जाति आधारित जनगणना (Cast Census in Bihar) को लेकर कहा कि हर समुदाय चाहे किसी धर्म के मानने वाले हों सब की गणना होगी. उन्होंने कहा कि हर एक चीज की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि इस दौरान जब नीतीश कुमार से संजय जायसवाल के रोहिंग्या वाले बयान पर सवाल पूछा गया तो वह मुंह मोड़ गए. दरअसल मुख्यमंत्री बिहार विधानसभा परिसर में निर्माणाधीन 'बिहार विधानसभा भवन शताब्दी स्मृति स्तंभ' का मुआयना करने पहुंचे थे.

ये भी पढ़ें - 'जातीय जनगणना में रोहिंग्या और बांग्लादेशी का नाम न जुड़ जाए', BJP ने जाहिर की आशंका

संजय जायसवाल की 'चिंता' को टाल गए नीतीश : बता दें कि बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने 'चिंता' जाहिए करते हुए कहा था कि जातीय एवं उप-जातीय गणना के कारण कोई रोहिंग्या और बांग्लादेशी का नाम नहीं जुड़ जाए. बाद में वह इसी के आधार पर नागरिकता को आधार नहीं बनाए. जब इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो वह इसे ध्यान से सुने.. रुके.. फिर चलते बने. हालांकि जाते-जाते नहीं पचा जरूर बोल गए. मतलब नीतीश कुमार संजय जायसवाल के सवाल को टाल गए.

ये भी पढ़ें - रोहिंग्या-बांग्लादेशी को लेकर के घमासान पर बोले अख्तरुल इमान- BJP जातीय जनगणना से घबरा रही है

शताब्दी स्मृति स्तंभ पर बोले CM : वैसे 'बिहार विधानसभा भवन शताब्दी स्मृति स्तंभ' मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री को भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी दी. बिहार विधान परिसर के अन्य जगहों का भी मुख्यमंत्री ने मुआयना किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शताब्दी स्मृति स्तंभ जब पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाएगा तो यह काफी आकर्षक और खुबसूरत लगेगा. उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा परिसर के अन्य खाली जगहों पर भी वृक्षारोपण कराएं ताकि यह परिसर और सुसज्जित दिखे. निरीक्षण के दौरान बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, शिक्षा-सह-संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

''जम्मू कश्मीर में बिहार के मजदूर की हत्या हुई, यह घटना बहुत दुखद है. हमलोगों की तरफ से जो संभव है, वह किया जा रहा है. उनके परिवार को उचित सहयोग दिया जा रहा है. वहां की सरकार भी उनलोगों की सहायता कर रही है. हमारे यहां के लोग वहां काम करते हैं, उनकी हत्या हो रही है, यह दुखद है. मुझे जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, तत्काल इस संबंध निर्देश दिया. इसको लेकर सरकार पूरी तरह से सतर्क है.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

सर्वदलीय बैठक के आधार पर कैबिनेट का निर्णय : जाति आधारित गणना के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोगों को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सारी जानकारी दी गई है. सर्वदलीय बैठक के आधार पर ही कैबिनेट का निर्णय हुआ है. इसके लिए संबद्ध विभाग पूरी तैयारी कर रही है. इस काम में जिनलोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी उनकी भी ट्रेनिंग करायी जाएगी. एक-एक चीज पर तैयारी शुरू हो चुकी है. तत्काल किसी भी काम को शुरू करने में थोड़ा वक्त लगता है.

''ये जो गणना है, एक-एक चीज की गणना है. हर समुदाय का चाहे वे किसी भी धर्म को माननेवाले हों, सबकी पूरी गणना होगी और ये भी जानने की कोशिश होगी कि उनकी आर्थिक स्थिति क्या है. हर परिवार की गणना बहुत अच्छे ढंग से की जायेगी. इसके बारे में पूरी जानकारी आपलोगों को दी जा चुकी है. इस संदर्भ में सर्वसम्मति से निर्णय लेकर ही काम किया जा रहा है. समय-समय पर इस संबंध में पार्टियों को जानकारी हमलोग देते रहेंगे, ताकि वे अपनी तरफ से भी इसको देखते रहेंगे और जो सुझाव होगा वो भी देंगे.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

तेजस्वी को नीतीश ने दिया जवाब : बता दें कि जातीय जनगणना का श्रेय लेने की होड़ सी मची है. आरजेडी इस मुद्दे को भुनाना चाहती है. चाहे वह तेजस्वी यादव हों या फिर उनकी पार्टी के नेता, ये कहते नहीं थकते हैं कि उनके कारण ही बिहार सरकार इसे कराने पर राजी हुई है. हालांकि नीतीश कुमार ने इशारो-ही-इशारों में इसका जवाब दे दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 1990 के दौरान ही इसके संबंध में चर्चा की थी, हमलोग बहुत पहले से ही चाहते थे कि यह हो. अब राज्य में इसको करने का निर्णय लेकर काम किया जा रहा है और इसका नतीजा बहुत अच्छा आएगा. यह सबके पक्ष में है, किसी के खिलाफ नहीं है. हर कम्युनिटी के पक्ष में है. इसी के आधार पर विकास के लिए और क्या-क्या सहयोग करना है. एक-एक बात की जानकारी होगी. हर जाति, हर धर्म के लिए, हर किसी के लिए बहुत अच्छे ढंग से किया जाएगा.

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पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने जाति आधारित जनगणना (Cast Census in Bihar) को लेकर कहा कि हर समुदाय चाहे किसी धर्म के मानने वाले हों सब की गणना होगी. उन्होंने कहा कि हर एक चीज की तैयारी शुरू हो गई है. हालांकि इस दौरान जब नीतीश कुमार से संजय जायसवाल के रोहिंग्या वाले बयान पर सवाल पूछा गया तो वह मुंह मोड़ गए. दरअसल मुख्यमंत्री बिहार विधानसभा परिसर में निर्माणाधीन 'बिहार विधानसभा भवन शताब्दी स्मृति स्तंभ' का मुआयना करने पहुंचे थे.

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संजय जायसवाल की 'चिंता' को टाल गए नीतीश : बता दें कि बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने 'चिंता' जाहिए करते हुए कहा था कि जातीय एवं उप-जातीय गणना के कारण कोई रोहिंग्या और बांग्लादेशी का नाम नहीं जुड़ जाए. बाद में वह इसी के आधार पर नागरिकता को आधार नहीं बनाए. जब इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो वह इसे ध्यान से सुने.. रुके.. फिर चलते बने. हालांकि जाते-जाते नहीं पचा जरूर बोल गए. मतलब नीतीश कुमार संजय जायसवाल के सवाल को टाल गए.

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शताब्दी स्मृति स्तंभ पर बोले CM : वैसे 'बिहार विधानसभा भवन शताब्दी स्मृति स्तंभ' मुआयना के क्रम में मुख्यमंत्री को भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी दी. बिहार विधान परिसर के अन्य जगहों का भी मुख्यमंत्री ने मुआयना किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि शताब्दी स्मृति स्तंभ जब पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाएगा तो यह काफी आकर्षक और खुबसूरत लगेगा. उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा परिसर के अन्य खाली जगहों पर भी वृक्षारोपण कराएं ताकि यह परिसर और सुसज्जित दिखे. निरीक्षण के दौरान बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, शिक्षा-सह-संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

''जम्मू कश्मीर में बिहार के मजदूर की हत्या हुई, यह घटना बहुत दुखद है. हमलोगों की तरफ से जो संभव है, वह किया जा रहा है. उनके परिवार को उचित सहयोग दिया जा रहा है. वहां की सरकार भी उनलोगों की सहायता कर रही है. हमारे यहां के लोग वहां काम करते हैं, उनकी हत्या हो रही है, यह दुखद है. मुझे जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, तत्काल इस संबंध निर्देश दिया. इसको लेकर सरकार पूरी तरह से सतर्क है.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

सर्वदलीय बैठक के आधार पर कैबिनेट का निर्णय : जाति आधारित गणना के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोगों को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सारी जानकारी दी गई है. सर्वदलीय बैठक के आधार पर ही कैबिनेट का निर्णय हुआ है. इसके लिए संबद्ध विभाग पूरी तैयारी कर रही है. इस काम में जिनलोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी उनकी भी ट्रेनिंग करायी जाएगी. एक-एक चीज पर तैयारी शुरू हो चुकी है. तत्काल किसी भी काम को शुरू करने में थोड़ा वक्त लगता है.

''ये जो गणना है, एक-एक चीज की गणना है. हर समुदाय का चाहे वे किसी भी धर्म को माननेवाले हों, सबकी पूरी गणना होगी और ये भी जानने की कोशिश होगी कि उनकी आर्थिक स्थिति क्या है. हर परिवार की गणना बहुत अच्छे ढंग से की जायेगी. इसके बारे में पूरी जानकारी आपलोगों को दी जा चुकी है. इस संदर्भ में सर्वसम्मति से निर्णय लेकर ही काम किया जा रहा है. समय-समय पर इस संबंध में पार्टियों को जानकारी हमलोग देते रहेंगे, ताकि वे अपनी तरफ से भी इसको देखते रहेंगे और जो सुझाव होगा वो भी देंगे.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार

तेजस्वी को नीतीश ने दिया जवाब : बता दें कि जातीय जनगणना का श्रेय लेने की होड़ सी मची है. आरजेडी इस मुद्दे को भुनाना चाहती है. चाहे वह तेजस्वी यादव हों या फिर उनकी पार्टी के नेता, ये कहते नहीं थकते हैं कि उनके कारण ही बिहार सरकार इसे कराने पर राजी हुई है. हालांकि नीतीश कुमार ने इशारो-ही-इशारों में इसका जवाब दे दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 1990 के दौरान ही इसके संबंध में चर्चा की थी, हमलोग बहुत पहले से ही चाहते थे कि यह हो. अब राज्य में इसको करने का निर्णय लेकर काम किया जा रहा है और इसका नतीजा बहुत अच्छा आएगा. यह सबके पक्ष में है, किसी के खिलाफ नहीं है. हर कम्युनिटी के पक्ष में है. इसी के आधार पर विकास के लिए और क्या-क्या सहयोग करना है. एक-एक बात की जानकारी होगी. हर जाति, हर धर्म के लिए, हर किसी के लिए बहुत अच्छे ढंग से किया जाएगा.

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