पटना: मंगलवार का दिन बिहार के लिए काफी अहम है. एक बार फिर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की मीटिंग बुलाई गई है. माना जा रहा है कि इस मीटिंग के बाद सरकार बिहार में पूर्ण लॉकडाउन पर फैसला ले सकती है. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार की शाम हाईलेवल बैठक की. करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में कोरोना संक्रमण के बीच बिहार की बिगड़ती हालात की समीक्षा की.
ये भी पढ़ें: बिहार में 4 बार सख्ती के बावजूद नहीं घटा संक्रमण, क्या अब लगेगा लॉकडाउन ?
सीएम नीतीश कुमार ने बेवजह सड़क पर निकलने वालों पर सख्ती बरतने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि हमने आज खुद शहर में भीड़भाड़ की स्थिति, कोविड प्रोटोकॉल का पालन, मास्क पहनने का जायजा लिया है. अनावश्यक बाहर निकलने वालों पर नियंत्रण करें. इससे ही संक्रमण की भी रोकथाम होगी. प्रशासन लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराना सुनिश्चित करे. साथ ही कोरोना उन्मूलन कोष का गठन किया गया है.
ये भी पढ़ें - क्या 'लौंग, अजवाइन और कपूर' की पोटली है CORONA का रामबाण इलाज?
जानकारी यह भी है कि बिहार में लॉकडाउन 15 दिनों का हो सकता है. बता दें कि नीतीश सरकार को मंगलवार को ही पटना हाईकोर्ट में भी लॉकडाउन पर जवाब देना है. साथ ही IMA ने भी बिहार में लॉकडाउन लगने के सुझाव सरकार को दिए थे. IMA की ओर से दिए गए सुझाव पर सीएम नीतीश ने अधिकारियों के साथ चर्चा की.
ये भी पढ़ें - पटना हाइकोर्ट ने सरकार को लगाई फटकार, LOCKDOWN पर कल तक मांगा जवाब
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 11,407 नये मामले सामने आये हैं. जबकि 82 लोगों की मौत हुई है. एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 1,07,667 हो चुकी है. अब तक कुल 3,98,558 मरीज ठीक हुए हैं. राज्य में बीते 24 घंटे में 13,603 कोरोना मरीज स्वस्थ भी हुए हैं. कोरोना मरीजों का रिकवरी दर बढ़कर 78.29 फीसदी है. पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित 82 लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी पटना अभी भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से सर्वाधिक संवदेनशील बनी हुई है. रविवार को पटना में 2028 संक्रमितों की पुष्टि हुई है