पटना: कोरोना के संक्रमण के खतरे को देखते हुए पालीगंज अनुमंडल प्रशासन ने इस साल उलार महाधाम सूर्यमंदिर में छठ मेला आयोजित नहीं करने का फैसला किया है. सूर्यमंदिर के पोखर में व्रती अर्घ्य दे सकेंगे. राजधानी पटना से 45 किलोमीटर दूर स्थित यह सूर्यमंदिर देश के 12 अर्कस्थलों में से एक है.
सोमवार को पालीगंज अनुमंडल प्रशासन के नेतृत्व में सूर्यमंदिर प्रांगण में मंदिर विकास मंच व पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. इस बैठक में पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र के सभी थानाध्यक्ष, सीओ, बीडीओ, बिजली विभाग अभियंता, पीएचईडी विभाग व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे.
बैठक में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर उलार महाधाम में 18 से 21 नवंबर तक लगने वाले मेला पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया. वहीं, मंदिर प्रबंधन कमिटी और प्रशासन की तरफ से छठ व्रती के अर्घ्य देने के लिए सूर्यमंदिर के पोखर पर साफ-सफाई की व्यवस्था की जा रही है.
महिला को नहीं मिली मंदिर में छठ करने की इजाजत
सूर्यमंदिर परिसर में चल रही बैठक में अचानक एक महिला मंजू देवी पहुंच गई. पालीगंज के रामपुर नगवा की निवासी मंजू ने अपने संतान की मन्नत उतारने के लिए अधिकारी और मंदिर महंत के सामने हाथ जोड़कर इजाजत मांगी. कोरोना के संक्रमण का हवाला देकर उसे मंदिर में छठ करने की इजाजत नहीं मिली.
"जिला अधिकारी के निर्देश के बाद उलार महाधाम सूर्यमंदिर प्रांगण में मंदिर प्रबंधन व पंचायत जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों के साथ बैठक की गई. सर्वसम्मति से मंदिर परिसर में छठ पूजा मनाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. छठ व्रतियों को घर पर ही छठ मनाने का निर्देश दिया गया है. अगर किसी के पास कोई विकल्प नहीं है और वह पोखर में अर्घ्य देने आता है तो उसके लिए भी तैयारी की जा रही है. किसी को पोखर में अर्घ्य देने से नहीं रोका जाएगा."- मुकेश कुमार, पालीगंज एसडीओ