नई दिल्ली/पटना: बिहार में विधानसभा के 5 सीटों पर और लोकसभा के एक सीट पर उपचुनाव होना है. इससे पहले ही महागठबंधन टूटता हुआ दिख रहा है. महागठबंधन में अन्य दलों के नेताओं ने आरजेडी पर आरोप लगाया है कि आरजेडी ने बिना बातचीत किए कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया. इस बाबत बीजेपी के राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने महागठबंधन पर तंज कसा है.
'स्वार्थ के लिए एकजुट हुई महागठबंधन'
बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि महागठबंधन में जितने भी दल हैं, वे सब स्वार्थ और सत्ता के लिए एकजुट हुए थे. उन्होंने कहा कि इन दलों को जनता से कोई मतलब नहीं है. वहीं, सूत्रों के अनुसार बिहार में उपचुनाव में 5 सीटों में से 4 सीटों पर जेडीयू चुनाव लड़ेगी. इस बारे में जब सांसद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनलोगों ने अपनी राय बीजेपी इलेक्शन कमिटी को दे दी है. अब आलाकमान तय करेगा कि बीजेपी को कितनी सीटों पर लड़ना है.
'आपसी झगड़े से जनता के बीच गलत संदेश'
एनडीए गठबंधन को लेकर सांसद गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू के बीच मधुर संबंध रखने की जरुरत है. सीट के बंटवारे को लेकर दोनों दलों को आपस में लड़ने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि आपस में झगड़ा करके वे जनता के बीच गलत मैसेज नहीं पहुंचाना चाहते हैं. हालांकि, उन्होंने सीट को बढ़ाने को लेकर मांग जरूर रखी है.
'केंद्रीय नेतृत्व लेगा CM कैंडिडेट का निर्णय'
वहीं, आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जब सांसद से एनडीए के सीएम कैंडिडेट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस विषय पर जेडीयू और बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व आपस में मिलकर निर्णय लेगा. केंद्रीय नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, वह उनलोगों को स्वीकार होगा.