पटना : राज्य में छठे चरण में नियुक्त 43 हजार शिक्षकों के वेतन संबंधित कोई भी कार्रवाई शुरू नहीं होने से परेशान शिक्षकों ने ट्वीटर पर अपना विरोध जताया (Bihar Teachers Demand Salary) और मुद्दे को ट्रेंड करवा डाला. हैसटैग शिक्षकों को वेतन दो का उपयोग करके जम कर ट्वीट हुआ. बिहार के नव नियुक्त शिक्षकों ने इसको लेकर 2 जून को 2 जून की रोटी का कैंपेन चलाया. जिसमें नवनियुक्त शिक्षकों को पिछले तीन महीने से वेतन संबंधित कोई भी कार्रवाई नहीं शुरू किये जाने का विरोध किया गया.
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शिक्षकों को वेतन दो : नवनियुक्त शिक्षिका मुन्नी शुक्ला ने कहा कि हमलोगों की काउंसलिंग करके चयन हुए 10 महीने हो गये. विभाग द्वारा सारा डॉक्यूमेंट लेकर सत्यापन करवा के नियुक्ति पत्र देने की बात कही गयी थी. फिर बाद में फरवरी महीने में टेट के सर्टिफिकेट की जांच करके हमसे शपथ पत्र लेकर नियुक्ति पत्र दिया गया. लेकिन तबसे वेतन संबंधित कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी है.
बिना वेतन शिक्षकों को हो रही दिक्कत : वहीं नवनियुक्त शिक्षक सौरव कुमार ने कहा कि सरकार ने जब हमसे शपथ पत्र ले ही लिया तो वेतन रोकने का कोई औचित्य नहीं है. कई शिक्षकों की पोस्टिंग घर से दूर हुई है. ऐसे में बिना वेतन बहुत दिक्कत हो रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग अविलम्ब शपथ पत्र के आधार पर वेतन देने की कार्रवाई शुरू करे.
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