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बिहार पंचायत चुनाव: सातवें चरण की मतगणना कल, बढ़ी प्रत्याशियों की धड़कनें - राज्य निर्वाचन आयोग

बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर 37 जिलों के 63 प्रखंडों में मतगणना कल होना है. निर्वाचन आयोग ने मतगणना को लेकर पुख्ता बंदोबस्त कर रखे हैं. जिन स्थानों पर प्रत्याशियों की मौत हुई है, वहां पर नये सिरे से चुनाव होंगे.

पटना
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Published : Nov 16, 2021, 7:21 PM IST

पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के सातवें चरण की मतगणना (7th Phase Counting) 37 जिलों में कल होना है. राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) और जिला प्रशासन की तरफ से मतगणना को लेकर पुख्ता बंदोबस्त कर रखे हैं. 15 नवंबर को 37 जिलों के 63 प्रखंडों में 903 पंचायतों में मतदान हुआ था. कुल 12,788 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए थे. सातवें चरण में कुल 1,01,984 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनमें 47,714 पुरुष और 54,270 महिला प्रत्याशी शामिल हैं.

ये भी पढ़ें- बिहार पंचायत चुनाव के 7वें चरण का मतदान संपन्न, यहां जानें पूरी डिटेल

सातवें चरण में 3389 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 134 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच पद पर 3249, पंचायत समिति सदस्य 5, ग्राम कचहरी सरपंच पद पर 1 प्रत्याशी शामिल हैं. सातवें चरण में कुल 217 पदों पर किसी भी प्रत्याशी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया, जिसके कारण उक्त 217 पद रिक्त रह गये हैं, जिसमें 10 पद ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए और 207 पद ग्राम कचहरी पंच पद के लिए शामिल हैं.

देखें रिपोर्ट

सातवें चरण में पदों की कुल संख्या 27,730 है, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद 12,272, ग्राम पंचायत मुखिया पद 904, पंचायत समिति सदस्य पद 1,243,जिला परिषद सदस्य पद 136, ग्राम कचहरी सरपंच पद 904 और ग्राम कचहरी पंच पद 12,272 पद निर्धारित हैं.

ये भी पढ़ें- क्या है OCR तकनीक जिसका काउंटिंग में इस्तेमाल कर रहा निर्वाचन आयोग, इस पर क्यों बढ़ रहा भरोसा?

इसके साथ ही सातवें चरण में कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के अंतर्गत पहाड़िया पंचायत के मुखिया प्रत्याशी कविता देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान प्रक्रिया निरस्त कर दी गई. वहीं, पूर्वी चंपारण के मेहसी प्रखंड के उझिलपुर पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या तीन पर मुखिया प्रत्याशी रामदयाल साहनी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. पूर्णिया जिले के कस्बा प्रखंड के सझेलि पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रहे मोहम्मद सोहराब की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान नहीं हुआ.

पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ प्रखंड के इनरवा पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 7 पर पंचायत समिति सदस्य पद के सीमा देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड के सोन्धो दूल्ह के वार्ड संख्या 9 पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रही समीना खातून की मृत्यु हो जाने के कारण चुनाव रद्द हो गया. सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 102 पर पंचायत समिति सदस्य पद पर अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया.

ये भी पढ़ें- प्रशासन के सख्त निर्देश- 'शराब बांटने वाले प्रत्याशियों पर होगी कड़ी कार्रवाई'

साथ ही जिले के जलालपुर प्रखंड के रेवारी पंचायत के मतदान केंद्र संख्या 117 और 118 पर भी पंचायत समिति सदस्य पद हेतु अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया, इन तमाम जगह पर फिर से पुनः मतदान कराए जाएंगे.

सातवें चरण में बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं होने के कारण लगभग 18,00,032 मतदाताओं को मत देने से रोका गया. कुल मिलाकर देखा जाए तो निर्वाचन आयोग इस बार पंचायत चुनाव को काफी हाईटेक कर रखा है. मतदान प्रक्रिया से लेकर के मतगणना की प्रक्रिया में नए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके मतदान और मतगणना कराया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप बोगस वोटर पर नकेल भी कसा जा रहा है.

मतगणना में ओसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ईवीएम से कनेक्ट कर मतगणना कराई जा रही है, जिससे कि किस बूथ पर किस प्रत्याशी को कितना मत प्राप्त हुआ, यह डाटा राज्य निर्वाचन आयोग के पास मौजूद है, जिससे कि किसी भी प्रत्याशी की अगर कोई भी शिकायत निर्वाचन आयोग के पास पहुंचती है तो निर्वाचन आयोग अपने स्तर से उस समस्या को देखकर निदान कर सकता है.

पटना: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के सातवें चरण की मतगणना (7th Phase Counting) 37 जिलों में कल होना है. राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) और जिला प्रशासन की तरफ से मतगणना को लेकर पुख्ता बंदोबस्त कर रखे हैं. 15 नवंबर को 37 जिलों के 63 प्रखंडों में 903 पंचायतों में मतदान हुआ था. कुल 12,788 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए थे. सातवें चरण में कुल 1,01,984 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनमें 47,714 पुरुष और 54,270 महिला प्रत्याशी शामिल हैं.

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सातवें चरण में 3389 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 134 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच पद पर 3249, पंचायत समिति सदस्य 5, ग्राम कचहरी सरपंच पद पर 1 प्रत्याशी शामिल हैं. सातवें चरण में कुल 217 पदों पर किसी भी प्रत्याशी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया गया, जिसके कारण उक्त 217 पद रिक्त रह गये हैं, जिसमें 10 पद ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए और 207 पद ग्राम कचहरी पंच पद के लिए शामिल हैं.

देखें रिपोर्ट

सातवें चरण में पदों की कुल संख्या 27,730 है, जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य पद 12,272, ग्राम पंचायत मुखिया पद 904, पंचायत समिति सदस्य पद 1,243,जिला परिषद सदस्य पद 136, ग्राम कचहरी सरपंच पद 904 और ग्राम कचहरी पंच पद 12,272 पद निर्धारित हैं.

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इसके साथ ही सातवें चरण में कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के अंतर्गत पहाड़िया पंचायत के मुखिया प्रत्याशी कविता देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान प्रक्रिया निरस्त कर दी गई. वहीं, पूर्वी चंपारण के मेहसी प्रखंड के उझिलपुर पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या तीन पर मुखिया प्रत्याशी रामदयाल साहनी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. पूर्णिया जिले के कस्बा प्रखंड के सझेलि पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रहे मोहम्मद सोहराब की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान नहीं हुआ.

पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ प्रखंड के इनरवा पंचायत के निर्वाचन क्षेत्र संख्या 7 पर पंचायत समिति सदस्य पद के सीमा देवी की मृत्यु हो जाने के कारण मतदान निरस्त रहा. वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड के सोन्धो दूल्ह के वार्ड संख्या 9 पर ग्राम पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी रही समीना खातून की मृत्यु हो जाने के कारण चुनाव रद्द हो गया. सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के मतदान केंद्र संख्या 102 पर पंचायत समिति सदस्य पद पर अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया.

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साथ ही जिले के जलालपुर प्रखंड के रेवारी पंचायत के मतदान केंद्र संख्या 117 और 118 पर भी पंचायत समिति सदस्य पद हेतु अनुमोदित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के अतिरिक्त अन्य प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केंद्र में ईवीएम कमिश्निंग किए जाने के कारण मतदान नहीं हो पाया, इन तमाम जगह पर फिर से पुनः मतदान कराए जाएंगे.

सातवें चरण में बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं होने के कारण लगभग 18,00,032 मतदाताओं को मत देने से रोका गया. कुल मिलाकर देखा जाए तो निर्वाचन आयोग इस बार पंचायत चुनाव को काफी हाईटेक कर रखा है. मतदान प्रक्रिया से लेकर के मतगणना की प्रक्रिया में नए सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके मतदान और मतगणना कराया जा रहा है, जिसके फलस्वरूप बोगस वोटर पर नकेल भी कसा जा रहा है.

मतगणना में ओसीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर ईवीएम से कनेक्ट कर मतगणना कराई जा रही है, जिससे कि किस बूथ पर किस प्रत्याशी को कितना मत प्राप्त हुआ, यह डाटा राज्य निर्वाचन आयोग के पास मौजूद है, जिससे कि किसी भी प्रत्याशी की अगर कोई भी शिकायत निर्वाचन आयोग के पास पहुंचती है तो निर्वाचन आयोग अपने स्तर से उस समस्या को देखकर निदान कर सकता है.

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