पटना: बिहार विधान परिषद चुनाव का परिणाम (Bihar MLC Election Result) घोषित होने के बाद अब इस पर मंथन शुरू हो गया है. घोषित परिणामों के मुताबिक बिहार विधान परिषद में जदयू सबसे बड़ी पार्टी (JDU largest party in Bihar Legislative Council) बनी रहेगी. बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी ने सबसे अधिक 7 सीटें जीती हैं. दूसरे स्थान पर आरजेडी रही. उसे 6 सीटें मिली हैं. 5 सीटों के साथ एक जदयू तीसरे स्थान पर खिसक गयी है. तीसरे स्थान पर रहने के बावजूद जदयू विधान परिषद में संख्या बल के हिसाब से सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी. 24 सीटों के चुनाव होने के बाद विधान परिषद में जदयू संख्या बढ़कर 28 हो गयी है. बीजेपी के 23 और आरजेडी के 11 सदस्य हैं.
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जदयू के 28 सदस्य होंगे: बिहार विधान परिषद में अभी जदयू के 23 सदस्य हैं. वहीं, बीजेपी के 16 और राजद के 5 सदस्य हैं. अब 24 सीटों के रिजल्ट आने के बाद जदयू के सदस्यों की संख्या विधान परिषद में बढ़कर 28 हो जाएगी. बीजेपी की सदस्य संख्या 23 और आरजेडी की 11 होगी. इस तरह देखें तो जदयू 24 सीटों के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहने के बावजूद बिहार विधान परिषद में सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी. विधान परिषद में कांग्रेस के 3, हम के 1, सीपीआई के 2, वीआईपी के 1 सदस्य हैं.
आरजेडी को फायदा, बीजेपी को नुकसान: अब 24 सीटों के परिणाम घोषित होने के बाद विधान परिषद में जदयू के 28, बीजेपी के 23, राजद के 11, कांग्रेस के 4, हम के 1, सीपीआई के 2, वीआईपी के 1, लोजपा (पारस गुट) के 1 तथा 4 निर्दलीय सदस्य हैं. विधान परिषद के 24 सीटों के चुनाव में 2015 के मुकाबले राजद को जहां 2 सीटों का फायदा हुआ है, वहीं, भाजपा को 5 सीटों का नुकसान हुआ है. 2015 में बीजेपी को 12 सीटों पर जीत मिली थी. इस बार उसे केवल 7 सीटें ही मिली हैं. दूसरी ओर आरजेडी को 2015 में 4 सीटों पर जीत मिली थी जबिक इस बार 6 सीटों पर जीत मिली है. 2015 के चुनाव में जदयू को उस समय भी 5 सीटें मिली थीं. इस बार भी उसे 5 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है.
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बिहार विधान परिषद में एनडीए के 53 सदस्य: हालांकि आरजेडी से 5 सदस्य जदयू में शामिल हो गए थे. उनमें से 4 को जदयू ने टिकट दिया था. इस हिसाब से जदयू को भी नुकसान पहुंचा है. 2015 में कांग्रेस को एक सीट पर जीत मिली थी. इस बार भी एक सीट पर ही जीत मिली है. कुल मिलाकर देखें इस बार आरजेडी फायदे में हैं. बिहार विधान परिषद में 75 सदस्यों में से अब एनडीए के 53 सदस्य हो जाएंगे. वहीं, कुछ और निर्दलीयों का भी समर्थन एनडीए को मिलेगा. शेष 22 सदस्य आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई सहित अन्य दलों के होंगे. इसमें वीआईपी का एक सदस्य और चार निर्दलीय भी शामिल है.
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