पटनाः बिहार में 11 शहरों के 325 केंद्रों पर बीएड कॉलेजों में दाखिले के लिए बुधवार को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (Joint Entrance Examination for Admission in B.Ed Colleges ) शांतिपूर्ण आयोजन किया गया. इसके तहत बीएड और शिक्षा शास्त्री कोर्स में दाखिले के लिए राज्य में 1.80 लाख परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया. महिला और पुरुष अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्र बनाया गये थे. महिलाओं के लिए 157 और पुरुषों के लिए 168 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. राजधानी पटना की बात करें तो पटना में 41 परीक्षा केंद्रों पर बीएड एंट्रेंस टेस्ट (BEd Entrance Test) आयोजन किया गया, जिसमें 27000 से अधिक परीक्षार्थी सम्मिलित हुए. एक पाली में हुई परीक्षा सुबह के 11 बजे से दोहबर 1 बजे तक आयोजित की गयी. प्रवेश परीक्षा में डेढ़ सौ नंबर के प्रश्न पूछे गए.
पढ़ें- बीएड और डीएलएड उत्तीर्ण छात्रों का प्रदर्शन, सातवें चरण की बहाली से पहले BTET एग्जाम की मांग
तार्किक प्रश्नों की संख्या अधिक थीः पटना के जेडी वीमेंस कॉलेज में बने परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकालने के बाद छात्राओं ने कहा कि हिस्ट्री, इंग्लिश और शैक्षिक कौशल से जुड़े तार्किक प्रश्नों पूछे गए. बिहार शरीफ से परीक्षा देने पहुंची सोनी कुमारी ने बताया कि प्रश्न पत्र आसान था. हिस्ट्री, जनरल नॉलेज, रीजनिंग, बच्चों को पढ़ाने से जुड़े तार्किक प्रश्न और अंग्रेजी से प्रश्न पूछे गए. उनकी परीक्षा अच्छी गई है और उन्हें लगा कि जिसने भी अच्छे तरीके से तैयारी की है. उसके लिए प्रश्न आसान रहा.
"टीचिंग एप्टीट्यूड के प्रश्न सबसे अधिक है और कुछ सवाल उसमें घुमावदार भी थे. उन्होंने कहा कि उनके लिए प्रश्नपत्र काफी आसान रहा और परीक्षा देने के बाद उन्हें लग रहा है कि कोई बेहतर सरकारी कॉलेज उन्हें मिल जाएगा लेकिन अब देखना यह है कि परीक्षा का कट ऑफ कितना जाता है."-सोनम कुमारी, परीक्षार्थी
अच्छे कॉलेज में दाखिले की उम्मीदः राजगीर से परीक्षा देने पहुंची सोनी कुमारी ने बताया कि उन्हें टीचिंग एप्टीट्यूड से जुड़े सवाल काफी पेचीदा लगे. डेढ़ सौ नंबर के प्रश्न पूछे गए थे और उनकी परीक्षा ठीक-ठाक गई है. जनरल नॉलेज मैथ और हिंदी के प्रश्न उन्हें थोड़े आसान लगे. युवती सोनाली ने बताया कि प्रश्न पत्र में सवाल अधिक कठिन नहीं थे. जनरल नॉलेज इंग्लिश और मैथमेटिक्स के प्रश्न उन्हें काफी आसान लगे. परीक्षा उनका काफी अच्छा गया है और उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश के अच्छे सरकारी कॉलेजों में दाखिला हो जाएगा.
पढ़ें: सरकार का फैसलाः बिहार से TET खत्म, अब शिक्षक बनने के लिए CTET पास करना जरूरी