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आइसा ने नई शिक्षा नीति समेत विभिन्न फैसलों को वापस लेने की मांग पर किया प्रदर्शन

ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ने नई शिक्षा नीति सहित विभिन्न मांगों को लेकर पटना विश्वविद्यालय के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने मांग नहीं माने जाने पर विश्वविद्यालय बंद कराने और व्यापक प्रदर्शन करने की चेतावनी दी. पढ़ें पूरी खबर.

पटना विश्वविद्यालय
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Published : Aug 17, 2021, 9:22 PM IST

पटना: ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (All India Student Association) ने पटना विश्वविद्यालय (Patna University) में नए सत्र के नामांकन, वोकेशनल कोर्स में हुई फीस वृद्धि, पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित करने, हॉस्टलों में मेस की सुविधा बहाल करने और पीएचडी के छात्रों को ग्रेस मार्क देकर पास करने सहित विभिन्न मांगो को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. आइसा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से कई फैसलों को वापस लेने की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ये फैसले वापस नहीं लिए गये तो विश्वविद्यालय बंद कराएंगे और व्यापक प्रदर्शन करेंगे.

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प्रदर्शन के दौरान आइसा के राज्य सह-सचिव विकास यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के कारण अलग-अलग विषयों में फाइनेंशियल ऑटोनोमी लागू कर व्यापक फीस वृद्धि की जा रही है. पटना विश्वविद्यालय के वोकेशनल कोर्स में सत्र के बीच में व्यापक फीस वृद्धि कर दी गयी. हॉस्टलों के फीस में भी वृद्धि की गयी लेकिन मेस की व्यवस्था नहीं हो रही है. फीस बढ़ने से लाखों छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होंगे.

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आइसा नेता दिव्यम ने कहा कि विश्विद्यालय प्रशासन नई शिक्षा नीति लागू कर निजीकरण को बढ़ावा दे रहा है. कैंपस में जर्जर पड़े भवनों को तत्काल मरम्मत करवाया जायें. हॉस्टलों का आवंटन करने के साथ ही उसमें बुनियादी सुविधाएं- मेस, पठन पाठन की समुचित व्यवस्था की जाये. नए सत्र के नामांकन फॉर्म में हुई शुल्क वृद्धि वापस लें और शिक्षकों व कर्मचारियों के खाली पदों को तत्काल भरा जाये.

पटना: ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (All India Student Association) ने पटना विश्वविद्यालय (Patna University) में नए सत्र के नामांकन, वोकेशनल कोर्स में हुई फीस वृद्धि, पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित करने, हॉस्टलों में मेस की सुविधा बहाल करने और पीएचडी के छात्रों को ग्रेस मार्क देकर पास करने सहित विभिन्न मांगो को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. आइसा ने विश्वविद्यालय प्रशासन से कई फैसलों को वापस लेने की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ये फैसले वापस नहीं लिए गये तो विश्वविद्यालय बंद कराएंगे और व्यापक प्रदर्शन करेंगे.

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प्रदर्शन के दौरान आइसा के राज्य सह-सचिव विकास यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के कारण अलग-अलग विषयों में फाइनेंशियल ऑटोनोमी लागू कर व्यापक फीस वृद्धि की जा रही है. पटना विश्वविद्यालय के वोकेशनल कोर्स में सत्र के बीच में व्यापक फीस वृद्धि कर दी गयी. हॉस्टलों के फीस में भी वृद्धि की गयी लेकिन मेस की व्यवस्था नहीं हो रही है. फीस बढ़ने से लाखों छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर होंगे.

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आइसा नेता दिव्यम ने कहा कि विश्विद्यालय प्रशासन नई शिक्षा नीति लागू कर निजीकरण को बढ़ावा दे रहा है. कैंपस में जर्जर पड़े भवनों को तत्काल मरम्मत करवाया जायें. हॉस्टलों का आवंटन करने के साथ ही उसमें बुनियादी सुविधाएं- मेस, पठन पाठन की समुचित व्यवस्था की जाये. नए सत्र के नामांकन फॉर्म में हुई शुल्क वृद्धि वापस लें और शिक्षकों व कर्मचारियों के खाली पदों को तत्काल भरा जाये.

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