मुजफ्फरपुरः अंग्रेजों के जुल्म के खिलाफ जंग आजादी की जंग लड़ने वाले, भारत मां के वीर सपूत वयोवृद्ध स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी एवं कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राम सजीव ठाकुर का शुक्रवार को निधन हो गया. उन्होंने पैतृक निवास, शहर के कालीबाड़ी रोड स्थित अपने आवास पर शुक्रवार की सुबह 10 बजे अंतिम सांस ली.
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राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
98 वर्ष के स्वतन्त्रता सेनानी को मरणोपरांत प्रशासन की ओर से राजकीय सम्मान दिया गया. उनका अन्तिम संस्कार सिकंदरपुर घाट पर किया गया. उनके पुत्र अरुण ठाकुर ने उन्हें मुखाग्नि दी. पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ आनर देकर राम सजीव ठाकुर को भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
कई लोग रहे मौजूद
इस मौके पर भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे. शहर के एसडीएम कुंदन कुमार, पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, पूर्व मंत्री अजीत कुमार सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति इस दौरान रही. उनके अंतिम दर्शन को लेकर क्षेत्र के लोगों का तांता लगा रहा. हर कोई उनकी एक झलक पाने को बेताब दिखा. उनके पौत्र साकेत शुभम, भाजपा नेता भूपाल भारती, प्रभात कुमार, प्रोफेसर अरुण कुमार, मेयर सुरेश कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने उन्हें भावपूर्ण विदाई दी.
आजादी के बाद भी सत्ता की खामियों से लड़ते रहे
राम सजीव ठाकुर के बारे में कहा जाता है कि आजादी की लड़ाई के बाद भी वे देश की राज व्यवस्था की खामियों के खिलाफ लड़ते रहे थे. उन्होंने कभी हार नहीं मानी और जनता की सुविधाओं के लिए संघर्ष किया. मुजफ्फरपुर शहर में रामदयालु स्मृति की स्थापना के साथ कई सामाजिक संगठनों की स्थापना उन्होंने की.