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अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट का हुआ समापन, 18 देशों के लोग हुए शामिल - बोधगया में लगातार विदेशी सैलानियों की संख्या

एबीटीओ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि पूरे विश्व से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया में आते हैं. ऐसी स्थिति में बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल होना बहुत जरूरी है.

Gaya
अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट
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Published : Dec 13, 2019, 3:09 AM IST

Updated : Dec 13, 2019, 3:55 AM IST

गया: भगवान बुद्ध की पावन ज्ञानभूमी बोधगया में 3 दिनों तक चलने वाले अंतरराष्‍ट्रीय एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर सम्मेलन और बुद्धिस्ट ट्रेवल मार्ट का आज विधिवत समापन हो गया. इस दौरान कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में विश्व के कई देशों के लगभग 327 बौद्ध धर्मगुरु, श्रद्धालु और विदेशी पर्यटक शामिल हुए.

18 देशों के लोग हुए शामिल
इस मौके पर एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर (एबीटीओ) के जनरल सेक्रेटरी डॉ. कौलेश कुमार ने बताया कि 3 दिनों तक चलने वाला यह कार्यक्रम पूरी तरह से सफल रहा. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष काफी कम संख्या में लोग शामिल हुए थे. जबकि इस बार विश्व के 18 देशों के 327 लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. जिसमें मुख्य रूप से नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, इंडोनेशिया, ताइवान, मलेशिया सहित कई देशों के बौद्ध धर्मगुरु, श्रद्धालु व विदेशी पर्यटकों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है.

gaya
जानकारी देते डॉक्टर कौलेश कुमार

लोगों ने रखे विचार
उन्होंने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बुद्धिस्ट सर्किट को डेवलप करने को लेकर सभी लोगों ने अपने-अपने विचार रखे. इस विषय पर चर्चा की गई कि यहां पर्यटन क्षेत्र में और भी विकास कार्य करने की जरूरत है. ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में विदेशी श्रद्धालु बोधगया आएं. क्योंकि बोधगया बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए काफी मायने रखता है. बोधगया को लैंड ऑफ बुद्धा के नाम से भी जाना जाता है. एशियाई देशों में ज्यादातर देश बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं. ऐसे में यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले. इस बात पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि भारत देश में बुद्धिस्ट सर्किट को जोड़ने वाली सड़कों की स्थिति काफी खराब है. इस स्थिति में सरकार को सड़क को ठीक करने को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा.

अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट का हुआ समापन, 18 देशों के लोग हुए शामिल

सीएम से करेंगें बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाने की मांग
एबीटीओ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि बोधगया में लगातार विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां आने वाले विदेशियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले इसके लिए बिहार सरकार से भी वार्ता की जाएगी. उन्होंने कहा कि यहां आने वाले विदेशियों की संख्या को देखते हुए बोधगया में बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाने की मांग की गई है. इसके लिए आगामी कुछ दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोधगया में आने वाले हैं. उनके समक्ष यह मांग रखी जाएगी क्योंकि जिस तरह से पूरे विश्व से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया में आते हैं. ऐसी स्थिति में बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल होना बहुत जरूरी है. इसके लिए स्थानीय लोगों ने भी अपनी सहभागिता रखी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में देशी-विदेशी श्रद्धालु यहां आएं और क्षेत्र भ्रमण के साथ-साथ उन्हें अत्याधुनिक चिकित्सीय सुविधाएं मिल सकें.

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जानकारी देते एबीटीओ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह

गया: भगवान बुद्ध की पावन ज्ञानभूमी बोधगया में 3 दिनों तक चलने वाले अंतरराष्‍ट्रीय एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर सम्मेलन और बुद्धिस्ट ट्रेवल मार्ट का आज विधिवत समापन हो गया. इस दौरान कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में विश्व के कई देशों के लगभग 327 बौद्ध धर्मगुरु, श्रद्धालु और विदेशी पर्यटक शामिल हुए.

18 देशों के लोग हुए शामिल
इस मौके पर एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर (एबीटीओ) के जनरल सेक्रेटरी डॉ. कौलेश कुमार ने बताया कि 3 दिनों तक चलने वाला यह कार्यक्रम पूरी तरह से सफल रहा. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष काफी कम संख्या में लोग शामिल हुए थे. जबकि इस बार विश्व के 18 देशों के 327 लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. जिसमें मुख्य रूप से नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, इंडोनेशिया, ताइवान, मलेशिया सहित कई देशों के बौद्ध धर्मगुरु, श्रद्धालु व विदेशी पर्यटकों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है.

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जानकारी देते डॉक्टर कौलेश कुमार

लोगों ने रखे विचार
उन्होंने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बुद्धिस्ट सर्किट को डेवलप करने को लेकर सभी लोगों ने अपने-अपने विचार रखे. इस विषय पर चर्चा की गई कि यहां पर्यटन क्षेत्र में और भी विकास कार्य करने की जरूरत है. ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में विदेशी श्रद्धालु बोधगया आएं. क्योंकि बोधगया बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए काफी मायने रखता है. बोधगया को लैंड ऑफ बुद्धा के नाम से भी जाना जाता है. एशियाई देशों में ज्यादातर देश बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं. ऐसे में यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले. इस बात पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि भारत देश में बुद्धिस्ट सर्किट को जोड़ने वाली सड़कों की स्थिति काफी खराब है. इस स्थिति में सरकार को सड़क को ठीक करने को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा.

अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट का हुआ समापन, 18 देशों के लोग हुए शामिल

सीएम से करेंगें बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाने की मांग
एबीटीओ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि बोधगया में लगातार विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ती जा रही है. यहां आने वाले विदेशियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले इसके लिए बिहार सरकार से भी वार्ता की जाएगी. उन्होंने कहा कि यहां आने वाले विदेशियों की संख्या को देखते हुए बोधगया में बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाने की मांग की गई है. इसके लिए आगामी कुछ दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोधगया में आने वाले हैं. उनके समक्ष यह मांग रखी जाएगी क्योंकि जिस तरह से पूरे विश्व से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया में आते हैं. ऐसी स्थिति में बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल होना बहुत जरूरी है. इसके लिए स्थानीय लोगों ने भी अपनी सहभागिता रखी है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में देशी-विदेशी श्रद्धालु यहां आएं और क्षेत्र भ्रमण के साथ-साथ उन्हें अत्याधुनिक चिकित्सीय सुविधाएं मिल सकें.

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जानकारी देते एबीटीओ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह
Intro:3 दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट ट्रैवल मार्ट का हुआ समापन,
विश्व के कई देशों के 327 धर्मगुरु, पर्यटक व श्रद्धालु हुए शामिल,
सरकार से बोधगया में बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाने की हुई मांग,
बुद्ध सर्किट को डिवेलप करने को लेकर हुई विस्तृत रूप से चर्चा।



Body:गया: भगवान बुद्ध की पावन ज्ञानबूमि बोधगया में 3 दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय एशोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर सम्मेलन व बुद्धिस्ट ट्रेवल मार्ट का आज विधिवत समापन हो गया। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को मेमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में विश्व के कई देशों के लगभग 327 बौद्ध धर्मगुरु, श्रद्धालु व विदेशी पर्यटक शामिल हुए।
इस मौके पर एसोसिएशन ऑफ बुद्धिस्ट टूर ऑपरेटर (एबीटीओ) के जेनरल सेक्रेटरी डॉ. कौलेश कुमार ने बताया कि 3 दिनों तक चलने वाला यह कार्यक्रम पूरी तरह से सफल रहा। पिछले वर्ष काफी कम संख्या में लोग शामिल हुए थे। जबकि इस बार विश्व के 18 देशों के 327 लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। मुख्य रूप से नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, इंडोनेशिया, ताइवान, मलेशिया सहित कई देशों के बौद्ध धर्मगुरु, श्रद्धालु व विदेशी पर्यटकों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बुद्धिस्ट सर्किट को डेवलप करने को लेकर सभी लोगों ने अपने-अपने विचार रखे। इस विषय पर चर्चा की गई कि यहां पर्यटन क्षेत्र में और भी विकास कार्य करने की जरूरत हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में विदेशी श्रद्धालु बोधगया आए। क्योंकि बोधगया बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए काफी मायने रखता है। बोधगया को लैंड ऑफ बुद्धा के नाम से भी जाना जाता है। एशियाई देशों में ज्यादातर देश बौद्ध धर्म को मानने वाले हैं। ऐसे में यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले इस बात पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि भारत देश में बुद्धिस्ट सर्किट को जोड़ने वाली सड़कों की स्थिति काफी खराब है। इस स्थिति में सरकार को सड़क को ठीक करने को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
वही एबीटीओ के उपाध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि लगातार बोधगया में विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ती जा रही है। यहां आने वाले विदेशियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले इसके लिए बिहार सरकार से भी वार्ता की जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले विदेशियों की संख्या को देखते हुए बोधगया में बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाने की मांग की गई है। इसके लिए आगामी कुछ दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बोधगया में आने वाले हैं। उनके समक्ष यह मांग रखी जाएगी क्योंकि जिस तरह से पूरे विश्व से बौद्ध श्रद्धालु बोधगया में आते हैं, ऐसी स्थिति में बेहतर चिकित्सा सुविधा देने को लेकर बुद्धिस्ट कॉलेज एंड हॉस्पिटल बनाना अत्यंत जरूरी है। इसके लिए स्थानीय लोगों ने भी अपनी सहभागिता रखी है। हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में देशी-विदेशी श्रद्धालु यहां आए और क्षेत्र भ्रमण के साथ-साथ उन्हें अत्याधुनिक चिकित्सीय सुविधा मिले। बुद्धिस्ट सर्किट की सड़कें बेहतर हो और जगह-जगह पर टॉयलेट की भी व्यवस्था होनी चाहिए।

बाइट- डॉ. कौलेश कुमार, जेनरल सेक्रेटरी, एबीटीओ सह भारत सरकार के टूरिज़्म विभाग के मनोनीत सलाहकार।
बाइट- सुरेश सिंह, उपाध्यक्ष, एबीटीओ।

रिपोर्ट- प्रदीप कुमार सिंह
गया



Conclusion:
Last Updated : Dec 13, 2019, 3:55 AM IST
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