गया: बिहार के गया में सीएम नीतीश कुमार संस्कृति केंद्र बोधगया का उद्घाटन (CM Will Inaugurate Culture Center Bodh Gaya) करेंगे. इस बात की जानकारी जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने दी. उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) बोधगया में बने संस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करेंगे. यह बड़े ही गौरव की बात है. मुख्यमंत्री जिस कार्य का शिलान्यास करते हैं, वह कार्य समय पर पूरा होता है और उसका उद्घाटन भी करते हैं. जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा एक निजी कार्यक्रम के तहत गया पहुंचे थे. जहां गया शहर के भट्ट बिगहा मोहल्ला स्थित जदयू के वरिष्ठ नेता चंदन कुमार यादव के आवास पर कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.
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संस्कृति केंद्र बोधगया का उद्घाटन करेंगे CM: उपेंद्र कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं का हौसला अफजाई करते हुए उनके साथ कई बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की. इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि- 'कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोधगया में बने संस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन करेंगे. यह बड़े ही गौरव की बात है. बोधगया में बना संस्कृति केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इससे सिर्फ गया और बोधगया के लोगों को ही नहीं, बल्कि देश-विदेश से आने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा. इसका छोटा स्वरूप नालंदा जिले के राजगीर में बनाया गया है. जहां कई तरह की बैठकें होती हैं.'
'बोधगया में भव्य सांस्कृतिक केंद्र बनाया गया है': उन्होंने कहा कि बोधगया में भव्य सांस्कृतिक केंद्र बनाया गया है. जहां हॉल के अलावा कई अत्याधुनिक कमरे हैं, जो हाईटेक सुविधाओं से लैस हैं. बिहार राज्य के लिए बड़े ही गौरव की बात है. वहीं शिक्षा विभाग द्वारा सेंट्रल स्कूल में सांसद और डीएम के कोटे को समाप्त किए जाने के प्रस्ताव का उन्होंने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए सुशील मोदी सहित अन्य कई सांसदों ने भी पूर्व में प्रस्ताव लाया था. अगर शिक्षा विभाग यह प्रस्ताव पारित करता है, तो सांसद के ऊपर नामांकन कराने को लेकर जो दबाव होता था, वह खत्म हो जाएगा. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नामांकन कराने को लेकर कई लोग सांसद के पास पहुंचते हैं, ऐसे में उनके समक्ष दुविधा हो जाती है. क्योंकि कोटा सीमित होता है, और नामांकन कराने वालों की संख्या काफी ज्यादा होती है.
पूर्व सीएम जीतन राम पर टिप्पणी करने से किया इंकार: वहीं, हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के भगवान श्रीराम पर दिए गए बयान पर वे किसी भी तरह की टिप्पणी करने से टाल गए. उन्होंने हंसते हुए कहा कि अगर मांझी जी कुछ बोले हैं, तो भला हमें बोलने की क्या जरुरत है. वे पूर्व मुख्यमंत्री हैं और सीनियर व्यक्ति हैं, ऐसे में हम कुछ ज्यादा नहीं बोल सकते. उन्होंने कहा कि गया में एक निजी कार्यक्रम के दौरान यहां आना हुआ था. इस दौरान कार्यकर्ताओं से भी मिलने का मौका मिला है. इस मौके पर जदयू नेता आकाश चंद्रवंशी, जिगरुल्लाह खान, ज्वाला सिंह, सोनू चंद्रवंशी सहित कई जेडीयू कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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